रायगढ़। रायगढ़ पुलिस ने सायबर क्राईम अपराध मामले में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए 22 शातिर अपराधियों को पकड़ा है जिनमें 10 लड़कियां भी शामिल है यह गिरोह एक सायबर अपराध कैफे की तर्ज पर संचालित होता था। पुलिस टीम ने इन सभी आरोपियों को पश्चिम बंगाल के दमदम हवाई पट्टी के पास छापामार कार्रवाई करते हुए पकड़ा है। इनके पास से 40 से अधिक मोबाईल, दर्जनों रजिस्टर बरामद करके सभी बैंक एकाउंट सील करने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
सीएसपी रायगढ़ अभिषेक उपाध्याय के नेतृत्व में गठित 15 सदस्यीय टीम द्वारा करीब एक सप्ताह से पश्चिम बंगाल के विभिन्न ठिकानों पर दबिश के क्रम में अंतर्राज्यीय साइबर ठगों गिरोह के मूल ठिकाने पर सुनियोजित तरीके से छापेमार कार्यवाही की गई, जिसमें पुलिस टीम के हाथ ऑनलाइन ठगी के गोरख धंधे में शामिल आरोपित 8 युवक और 14 युवती हाथ आये । रायगढ़ की पुसौर पुलिस द्वारा एडिशनल चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोलकाता के न्यायालय से थाना पुसौर के ऑनलाइन ठगी मामले में वांछित इन 22 आरोपियों का ट्रांजिट रिमांड के लिए अर्जी पेश की गई, जिसमें 8 आरोपी युवकों का न्यायालय द्वारा ट्रांजिट रिमांड दिया गया तथा 14 आरोपित युवतियों को सशर्त अंतरिम बेल का लाभ देकर ट्रांजिट रिमांड खत्म होने की अवधि के पूर्व रायगढ़ न्यायालय में उपस्थित होने आदेश दिया गया है। सभी 22 आरोपियों को पुसौर के धोखाधड़ी मामले में न्यायिक रिमांड पर पेश किया जायेगा।


पुलिस की रेड
सीएसपी रायगढ़ अभिनव उपाध्याय केवल 6 संदिग्ध नंबर के धारकों की पतासाजी के लिए पुलिस टीम लेकर पश्चिम बंगाल रवाना हुए। टीम को पुलिस अधीक्षक श्री मीना मार्गदर्शन कर रहे थे। उन्होंने साइबर सेल को आवश्यक जानकारियां टीम को शेयर करने कहा गया था। रायगढ़ पुलिस स्थानीय कोलकाता जोरासांकी पुलिस की मदद से जोरासांकी मेट्रो के गेट परबड़ी सूझबूझ से रेड कर आरोपी शमसूद हुसैन (19 साल) निवासी बेलगछिया रोड़ कोतकाता को हिरासत में लिया गया।
जांच में पता चला कि कॉल सेंटर के संचालक के बैंक अकाउंट में कोई रकम नहीं रखता था वह अपने परिचितों को धोखे में रखकर उनके आईडी पर बैंक अकाउंट खोल कर उनका एटीएम, चेक बुक वगैरह उपयोग कर रहा था और कस्टमर से फोन पे, गूगल पे तथा बैंक अकाउंट के माध्यम से रुपए प्राप्त करता था।
आरोपियों के जप्त मोबाइल में लगे सिम का कॉल रिकॉर्ड निकालकर साइबर सेल की टीम द्वारा उन नंबरों से किए गए कॉल की जानकारी लेने पर छत्तीसगढ़ राज्य के दुर्ग, कोरबा, खैरागढ़, धमतरी, कबीरधाम तथा मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल में आरोपियों द्वारा ठगी की जानकारी मिली है जिसमें ठगी की रकम एक करोड़ से अधिक रुपए का होना पता चला है। रायगढ़ पुलिस आरोपी के मुंबई, कोलकाता, त्रिपुरा आदि स्थानों में खोले गए 9 बैंक अकाउंट फ्रीज कराए गए हैं। पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा के दिशा निर्देशन पर संबंधित जिलों के पुलिस अधीक्षकों से संपर्क कर उन्हें पत्राचार कर मामले की जानकारी दी गई है। फरार कॉल सेंटर के संचालक की खोज में पुलिस की एक टीम लगी हुई है।
सायबर टीम की मेहनत रंग लाई
पश्चिम बंगाल से सायबर क्राईम मामले में गिरफ्तार आरोपियों को दबोचने के लिये रायगढ़ सायबर टीम के प्रभारी कमल पटेल की मेहनत के चलते पहली बार इतना बड़ा गिरोह पुलिस के हत्थे चढ़ा है। कमल पटेल व उनकी टीम बीते एक सप्ताह से झारखण्ड, बिहार के साथ-साथ पश्चिम बंगाल के हर उस जगहों में छापामार कार्रवाई कर रही थी जहां से सायबर अपराध संचालित हो रहे थे।

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