जगदलपुर। प्रदेश के प्रमुख आदिवासी नेताओं में से एक एवं कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व विधायक मनीष कुंजाम ने कहा है कि आने वाले विधानसभा चुनाव को उनकी पार्टी बेहद गंभीरता से ले रही है। फलस्वरुप बस्तर के बारह विधानसभा क्षेत्रों में से दस पर उनकी पार्टी अपनी किस्मत आजमाएगी। उन्होंने यह भी दावा किया है कि इस बार कोंटा विधानसभा क्षेत्र के चुनाव परिणाम एतिहासिक होगें। इतना ही नहीं काग्रेस का दोबारा सत्ता में लौटना आसान नहीं अपितु कठिन होगा। श्री कुंजाम कल इस संवाददाता के साथ अनौपचारिक चर्चा कर रहे थे।
सुकमा के भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी कार्यालय में अपने समर्थकों के बीच इस संवाददाता से चर्चा करते हुए उन्होंने कई सवालों का बेबाकी के साथ उत्तर भी दिया। श्री कुंजाम से जब यह पूछा गया कि बस्तर के गैर आदिवासी उनके नेतृत्व में चलाए जाने वाले आंदोलनों से भयभीत क्यों रहते हैं ? इसके उत्तर में उन्होंने कहा कि हमें भी काफी आश्चर्य होता है। हमारी पार्टी के आंदोलन से बस्तर में कभी भी गैर आदिवासियों को क्षति नहीं पहुंची है। बस्तर में व्यापारी वर्ग फल -फूल रहा है। इसके बावजूद उनका अपेक्षित समर्थन हमें नहीं मिल पाता है। उन्होंने उड़ीसा के बीजू जनता दल के शासन का हवाला देते हुए कहा कि लगभग चार दशक पहले उड़ीसा में मारवाड़ी भगाओ आंदोलन चला था।बड़ी संख्या में उड़ीसा से मारवाड़ी भगाएं भी गए। लेकिन इस आंदोलन के बाद भी उड़ीसा में आज भी बीजू जनता दल का राज कायम है। बस्तर में हमारे जल, जंगल तथा जमीन के आंदोलन को संदेह कि नजर से देखा जाता है।हमारी पार्टी को चुनाव में व्यापारी वर्ग का समर्थन नहीं मिल पाता है।लेकिन अब स्थिति बदली है। इस बार कोंटा विधानसभा अपने चुनाव परिणामों को लेकर छत्तीसगढ़ में एक नया इतिहास गढ़ने जा रहा है। हमारा तो यह भी कहना है कि कांग्रेस हो या भारतीय जनता पार्टी दोनों का सत्ता में लौटना अब उतना आसान नहीं रहा।
छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि इस सरकार का कोई विजन नहीं है। भ्रष्टाचार चरम पर है। अफसर जेल जा रहे हैं और आए दिन ईडी के छापे पड़ रहे हैं। इसके कारण आदिवासी क्षेत्रों को सर्वाधिक नुकसान पहुंच रहा है। सर्व आदिवासी समाज के नेताअरविंद नेताम के नेतृत्व में लड़े जाने वाले चुनाव को लेकर उन्होंने स्वीकार किया कि उनके साथ हमारी पार्टी के गठबंधन की चर्चा चल रही है। कुछ अन्य दलों के साथ भी ऐसी चर्चा समय-समय पर होती रहती है। वैसे हमारा एजेंडा साफ है। हम इस बार बस्तर में जीतेंगे। उन्होंने यह भी दावा किया है कि कांग्रेस हो या बीजेपी इस बार सभी को यह चुनाव सबक देकर जायेगा। छत्तीसगढ़ की जनता समझदार है। वह अपने मतों का बेहतर उपयोग करना जानती है। परिवर्तन पर हमारा विश्वास है और यह प्रकृति का नियम भी है।

