वरिष्ठ अधिवक्ता के. वी.
विश्वनाथन का भी नाम
नई दिल्ली / रायपुर । उच्चतम न्यायालय कॉलेजियम ने आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार मिश्रा और वरिष्ठ अधिवक्ता के. वी. विश्वनाथन को उच्चतम न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त करने की सिफारिश की है। शीर्ष अदालत की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय कॉलेजियम की मंगलवार को हुई बैठक में न्यायमूर्ति मिश्रा और श्री विश्वनाथन को शीर्ष अदालत का न्यायाधीश बनाने की सिफारिश करने का सर्वसम्मत फैसला लिया गया। कॉलेजियम के सदस्यों में न्यायमूर्ति संजय किशन कौल, न्यायमूर्ति के एम जोसेफ, न्यायमूर्ति अजय रस्तोगी और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना शामिल थे। केंद्र सरकार की मंजूरी मिलने पर जस्टिस मिश्रा छत्तीसगढ़ के पहले माटीपुत्र होंगे, जो सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस बनेंगे। इससे पहले छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के कई जस्टिस सुप्रीम कोर्ट में सेवा दे चुके हैं।
सुप्रीम कोर्ट में जजों के 34 पद स्वीकृत हैं. इनमें दो पद खाली हैं. इन दो पदों के लिए कॉलेजियम ने दो नामों की केंद्र सरकार को सिफारिश भेजी है. बता दें कि जस्टिस मिश्रा को 13 अक्टूबर 2021 को आंध्रप्रदेश हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस नियुक्त किया गया था. इससे पहले वे छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के कार्यवाहक चीफ जस्टिस थे। जस्टिस मिश्रा छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के जज के रूप में भी काम कर चुके हैं।
रायगढ़ में हुआ जन्म, बिलासपुर
में एलएलबी की पढ़ाई
जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा का जन्म 29 अगस्त 1964 को छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में जन्म हुआ था. उन्होंने बीएससी की पढ़ाई की. इसके बाद गुरु घासीदास विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री ली। चार सितंबर 1987 को वकील के रूप में काम शुरू किया। उन्होंने रायगढ़ जिला न्यायालय, जबलपुर हाईकोर्ट, बिलासपुर हाईकोर्ट में प्रैक्टिस की। इस दौरान उन्होंने सिविल, क्रिमिनल और रिट सभी तरह के मामलों की पैरवी की. जनवरी 2005 में उन्होंने छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के सीनियर अधिवक्ता के रूप में नॉमिनेट किया गया. वे छत्तीसगढ़ राज्य बार कौंसिल के अध्यक्ष भी रहे।
छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के नियम निर्माण समिति में वे सदस्य रहे. 26 जून 2004 से 31 अगस्त 2007 तक छत्तीसगढ़ राज्य के अतिरिक्त महाधिवक्ता बने. इसके बाद एक सितंबर 2007 से महाधिवक्ता के रूप में काम किया. 10 दिसंबर 2009 को उन्हें छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के जज के रूप में प्रमोट किया गया. एक जून 2021 से 11 अक्टूबर 2021 तक छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के कार्यवाहक चीफ जस्टिस रहे. 13 अक्टूबर 2021 को आंध्रप्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस का पदभार ग्रहण किया।

