बिलासपुर। भारत सरकार एवं केंद्रीय विद्यालय संगठन के निर्देशों के अनुपालन के तारतम्य में 1 अक्टूबर को केन्द्रीय विद्यालय के विद्यार्थियों ने स्वच्छता ही सेवा का प्रेरक संदेश दिया।
इसके अंतर्गत सर्वप्रथम विद्यार्थियों ने स्वच्छता की शपथ ली । प्राचार्य धीरेन्द्र कुमार झा के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों उनके अभिभावकों, शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने विद्यालय परिसर एवं उसके आसपास सफाई अभियान चलाकर स्वच्छ भारत अभियान को गति प्रदान की। प्राचार्य श्री झा ने सबसे स्वच्छता का आह्वान करते हुए कहा कि स्वच्छता हेतु ‘एक तारीख- एक घंटा’ के भारतव्यापी जनांदोलन के तहत हम सभी कम से कम एक घंटे स्वच्छता हेतु समर्पित होंगे। हम अपने घर, शौचालय, घर के आसपास एवं सार्वजनिक स्थानों को स्वच्छ बनाने श्रम करेंगे।
सैकड़ों विद्यार्थियों ने स्वच्छता का संदेश देने प्रभात फेरी निकाली, जो विद्यालय से आरंभ होकर रेलवे आरटीएस कॉलोनी तक स्वच्छता संबंधी जागरूकता देती हुई आगे बढ़ी। ‘हम सबका यही सपना- स्वच्छ बने भारत अपना’ एवं ‘दिल से हमने ठाना है- भारत को स्वच्छ बनाना है’ आदि स्वच्छता संदेश युक्त नारों से आकाश गुंजित हो रहा था। इस रैली में अभिभावकों एवं जनसामान्य की सहभागिता ने इसे अत्यंत विशिष्ट व सार्थक बना दिया।
आरटीएस कॉलोनी एवं उसके आसपास सफाई करके विद्यार्थियों ने स्वच्छ भारत- स्वस्थ भारत का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया। विद्यालय के नन्हें- नन्हें विद्यार्थियों ने स्वच्छता हेतु जनभागीदारी अभियान की अपील की। कक्षा आठवीं की छात्रा अंशिका यादव एवं विनीत कुमार ने इसे अपने जीवन का अविस्मरणीय अनुभव बताते हुए कहा कि आज का स्वच्छता अभियान प्रदूषण मुक्त भारत की दिशा में एक अनूठी पहल है। स्वच्छता का अनुपालन करने से नई पीढ़ी स्वच्छ वातावरण में सांस ले पाएगी एवं अनेक प्रकार की बीमारियों से स्वयं को बचा पाएगी।
इस अभियान के समन्वयक संतोष लाल एवं सुनील पाण्डेय ने बताया कि कल भी गांधी जयंती के अवसर पर विद्यालय के छात्र बुधवारी बाजार तक स्वच्छता अभियान को गतिमान करेंगे।
आज के इस स्वच्छता अभियान की सफलता पर विद्यालय के उप प्राचार्य राजकुमार असनानी ने सबको बधाइयां दीं एवं शुभकामनाएं प्रेषित की।
इस अवसर पर विद्यालयीन शिक्षक खलीक अहमद सिद्दीकी, तारा यादव, पार्थ भट्टाचार्य, संगीता कोकिला, रागिनी उरांव, राधेश्याम सिंह, सौमेनदास गुप्ता, एस डी सरजाल, वर्षा विश्वकर्मा, संजीव कुमार, सूर्या जी, राजेन्द्र वैष्णव, सोनू आदि उपस्थित थे।