• अजय गुप्ता
सूरजपुर। Minister Laxmi Rajwade:   चमचमाती कारों के काफिलों से नहीं, बल्कि मिट्टी सने पाँवों से जब कोई  नेत्री लोगों के बीच पहुंचती है तो वह उन लोगों  के लिए सिर्फ एक जनप्रतिनिधि नहीं रह जाती बल्कि उम्मीद की एक किरण बन जाती है, जो अब तक सत्ता की दूर से दिखाई देने वाले चमक ही देखते आए हैं।

Minister Laxmi Rajwade:  बीते शनिवार को जिले के ओड़गी विकासखंड के सुदूर और उपेक्षित गांव बनगांव तक महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े पैदल पहुंच गईं। यह कोई  राजनीतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि लोकतंत्र की आत्मा को स्पर्श करने वाली एक ऐतिहासिक पहल है,जो बताती है कि असली राजनीति दिखावे  पर नहीं, संवेदना में होती है।

Minister Laxmi Rajwade:  मंत्री लक्षमी राजवाड़े ने नाला पार किया,बीहड़ रास्तों से होकर तीन किलोमीटर पैदल चलीं और बनगांव पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने गांव वालों से सीधे बात की, उनकी समस्याएं सुनीं और मौके पर मौजूद अधिकारियों को तुरंत समाधान के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि हर गांव तक विकास पहुंचे,चाहे वह स्वास्थ्य हो, शिक्षा हो, स्वच्छता हो या बच्चों के लिए पोषण आहार।ज्यादातर अधिकारी खराब रास्तों के कारण गांव तक नहीं पहुंच सके, लेकिन मंत्री खुद वहां पहुंचीं। यह किसी राजनीतिक फोटो खिंचवाने का मौका नहीं था, यह एक ईमानदार कोशिश थी उन लोगों तक पहुंचने की, जिन्हें अक्सर योजनाओं से भी दूर रखा जाता है। यह बात राज्य भर के लिए सोचने की है। ऐसी पहलें केवल अपवाद रहेंगी, या एक नई शुरुआत बनेंगी।

Minister Laxmi Rajwade:  ‘गांव चलो, बस्ती चलो’ जैसे अभियान कई बार सिर्फ नाम के रह जाते हैं। लेकिन जब मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने बांक, पालकेवरा, छतरंग, घुईडीह और बड़वार जैसे और भी दूरस्थ गांवों का दौरा किया, तो यह साफ हो गया कि उनका इरादा गंभीर है। यह दिखाता है कि वे सिर्फ मंत्री नहीं, जिम्मेदारी निभाने वाली जनप्रतिनिधि हैं। उनकी यह यात्रा बताती है कि अगर एक मंत्री बीहड़ रास्तों से होकर गांव तक पहुंच सकती हैं, तो विकास भी वहां तक जरूर पहुंच सकता है। यह एक उम्मीद है और  हर जनप्रतिनिधि से इसी तरह जनता  सीधे जुड़ाव चाहती है।

Minister Laxmi Rajwade:  लक्ष्मी राजवाड़े की यह पहल राजनीति में एक नई सोच की शुरुआत मानी जा सकती है,जहां नारा नहीं, निभाई गई जिम्मेदारी बात करती है। यह दौरा छत्तीसगढ़ की राजनीति को यह सोचने पर मजबूर करता है कि असली विकास वहीं से शुरू होता है,जहाँ तक आज तक कोई नहीं गया था। इस दौरान उनके साथ ओड़गी जनपद उपाध्यक्ष प्रतिनिधि राजेश तिवारी ,जनपद सदस्य गौरी सिंह, सरपंच सुभाष सिंह थे।

मंत्री के बनगांव पहुंचने पर लोगो में जगी विकास की उम्मीद

Minister Laxmi Rajwade:  बनगांव गांव, छतरंग पंचायत का आश्रित गांव है, जो बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहा है। पंचायत से जुड़ने के लिए ग्रामीणों को करीब 10 किलोमीटर पैदल सफर करना पड़ता है, क्योंकि गांव में कोई पक्की सड़क नहीं है। गांववालों ने अपनी मेहनत से 500 मीटर पहाड़ काटकर एक कच्चा रास्ता तैयार किया है, जिससे वे राशन लाने या जरूरी काम निपटाने आ- जा पाते हैं। करीब 40-50 घरों और 350 की आबादी वाला यह गांव आज भी शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और पोषण जैसी बुनियादी जरूरतों से वंचित है। स्कूल नहीं, आंगनबाड़ी समय पर नहीं खुलती और बच्चों की पढ़ाई लगभग ठप है। गांव के अधिकतर लोग जंगलों पर ही निर्भर हैं। ऐसे में महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े का इस गांव तक पैदल पहुंचना एक संवेदनशील पहल है। उन्होंने मौके पर ही सड़क निर्माण की दिशा में पहल के निर्देश दिए। अब देखना यह होगा कि क्या यह यात्रा वास्तव में गांव के जीवन में बदलाव लाने की दिशा में मजबूत आधार बनती है ।

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