अजय गुप्ता, सूरजपुर। MLA Bhoolan Singh Maravi: नगर पालिका चुनाव नतीजों को लेकर हर कोई उत्सुक है। कौन विजयी होगा, यह तो मतगणना बाद तय होगा ,लेकिन इस चुनाव में विधायक भूलन सिंह मरावी ने अपनी कार्यशैली और आत्मीय जुड़ाव से जनता का दिल जीत लिया। चौक-चौराहों, गली-मोहल्लों और चाय दुकानों में हार-जीत की चर्चाओं के साथ उनकी सादगी की भी चर्चा हो रही है।
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MLA Bhoolan Singh Maravi: अब तक जनता विधायक भूलन सिंह मरावी को एक सहज और सरल नेता के रूप में जानती थी, लेकिन इस चुनाव में उन्होंने विधायक के आत्मीयता को करीब से देखा और महसूस किया। उनकी जनता से सीधी बातचीत, आत्मीय मुलाकात और जमीन से जुड़े व्यवहार ने यह भरोसा दिला दिया कि वे सिर्फ चुनावी नेता नहीं, बल्कि हर समय जनता के लिए उपलब्ध रहने वाले जनप्रतिनिधि हैं।
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MLA Bhoolan Singh Maravi: अक्सर चुनावी माहौल में नेता सिर्फ प्रचार और रैलियों तक सीमित रहते हैं, लेकिन भूलन सिंह मरावी ने इस परंपरा को तोड़ दिया। वे सिर्फ मंचों तक नहीं रहे, बल्कि गलियों में पैदल चले, घर-घर दस्तक दी और हर वर्ग के लोगों से आत्मीयता से मिले। उनका यह अपनापन हर किसी को भा गया और जनता के मन में उनके प्रति नया विश्वास जागा। बुजुर्गों से संवाद, युवाओं की चिंताओं को समझना, महिलाओं की परेशानियों को सुनना और जहां संभव हो, समाधान की पहल करना इन सबके चलते उन्होंने एक अलग ही छाप छोड़ी।
MLA Bhoolan Singh Maravi: यह चुनाव उनके लिए सिर्फ समर्थन जुटाने तक सीमित नहीं था, बल्कि जनता की समस्याओं को समझने और उन्हें हल करने का एक जरिया भी बना। विधायक बनने के एक साल बाद जनता से सीधी मुलाकात का अवसर कम ही मिला था, लेकिन इस चुनाव ने उन्हें यह एहसास दिला दिया कि उनका चुनाव सही था। नगरीय निकाय चुनाव के प्रत्याशियों के नामांकन भरने के बाद से ही वे लगातार जनता के बीच रहे, उन्होंने जिस तरह हर घर, हर गली में जाकर लोगों से मुलाकात की, उससे उन्हें जनता के दिलों में और गहराई तक पहुंचा दिया।
MLA Bhoolan Singh Maravi: लोगों का मानना है कि राजनीति में ऐसे ही नेताओं की जरूरत है, जो सिर्फ मंचों तक सीमित न रहें, बल्कि जनता के साथ कदम से कदम मिलाकर चलें। दिलचस्प बात यह रही कि यह चर्चा किसी पार्टी तक सीमित नहीं है, बल्कि दलगत राजनीति से परे लोग उनके व्यवहार और जनता से जुड़े रहने की शैली की सराहना कर रहे हैं। चौक-चौराहों से लेकर गली-मोहल्लों तक लोग कह रहे हैं कि विधायक नगरीय चुनाव में जनता से सीधे जुड़े, उनकी सादगी और आत्मीयता ने हर किसी को प्रभावित किया।फिलहाल नगरीय चुनाव को लेकर शहर भर में जीत-हार की चर्चाएं तेज हैं। लोग 15 फरवरी को आने वाले नतीजों को लेकर उत्सुक हैं।