बिलासपुर। आम आदमी पार्टी की पूर्व शहर अध्यक्ष डॉ उज्वला कराडे ने कहा है कि शहर विधायक विकास कार्यों की अनुशंसा करते हैं, लेकिन उनके अनुशंसित कार्यो को स्वीकृति नहीं मिलती, यह बिलासपुर के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है ।
डा. कराड़े ने कहा कि विधायक मीडिया में अपना चेहरा चमकाना छोड़कर बिलासपुर के विकास पर ध्यान देते तो निश्चित ही बिलासपुर का विकास होता। कांग्रेस सरकार में कांग्रेस विधायक द्वारा प्रस्तावित विकास कार्यों के प्रस्ताव को स्वीकृति ना मिल पाना बिलासपुर के जनता के लिए दुख का विषय है।डॉ उज्वला ने आगे कहा कि बीजेपी शासन काल में बिलासपुर खोदापुर के नाम से जाना जा रहा था, कांग्रेस सरकार में राजनीतिक खींचतान में बिलासपुर का विकास रुक गया ।ये नगरवासियों का दुर्भाग्य है कि सत्ताधारी दल के नेताओं के रहते बिलासपुर में विकास कार्य को गति नहीं मिल पाई।
उन्होंने खबरों का हवाला देते हुए बताया कि विधायक निधि से कार्यों की स्वीकृति के मामले में कांग्रेस विधायक शैलेष पांडेय सबसे पीछे हैं। विधायक शैलेष पांडेय को 3.96 करोड़ का आवंटन मिला। इसमें 3 करोड़ 52 लाख 65 हजार रुपए की अनुशंसा उन्होंने की है। इनमें महज 10 लाख रुपए के दो कार्यों की ही स्वीकृति दी गई । ये कार्य भी प्रभारी मंत्री की अनुशंसा वाले हैं। विधायक की अनुशंसा से 2.42 करोड़ रुपए के कार्यों का प्रपोजल जिला प्रशासन को भेजा गया, इनमें एक भी कार्य की स्वीकृति नहीं मिली ।