अतुल कांत खरे
बिलासपुर (Fourthline)। पूरे भारत की तुलना में छत्तीसगढ़ के किशोर सबसे ज्यादा तंबाकू का सेवन करते हैं ।छत्तीसगढ़ में तंबाकू की लत में पड़ चुके किशोरों की संख्या 40 फ़ीसदी से अधिक है, जो संपूर्ण भारत की 28 फ़ीसदी से बहुत ज्यादा है। हाल ही में स्वास्थ्य विभाग के सर्वे में यह तथ्य सामने आए हैं कि छत्तीसगढ़ में किशोर सबसे ज्यादा तंबाकू , सिगरेट , गुड़ाखू और गुटखा लेते हैं । इन किशोरों में ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के किशोर शामिल हैं । इसके साथ साथ लड़कियों में भी सिगरेट पीने की लत बढ़ी है। लड़कियां भी अब खुले तौर पर धूम्रपान करते हुए देखी जा सकती हैं।
राज्य में गैर धूम्रपान यानी चबाने वाले तंबाकू के उपयोग करने वाले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं।अब जागरूकता लाने की जरूरत है सीएमएचओ डॉ अनिल श्रीवास्तव ने Fourthline को बताया कि चबाने वाले तंबाकू का उपयोग छत्तीसगढ़ में बहुत अधिक किया जा रहा है, जिसमें बिलासपुर , रायपुर और भिलाई सबसे आगे हैं। यह चिंता का विषय है इसके प्रति लोगों में जनचेतना जागृत करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से 17 मार्च को तंबाकू उत्पाद निषेध अभियान दिवस मनाने का निर्णय लिया गया है।
संचालक स्वास्थ्य सेवाएं भीम सिंह ने इस संबंध में जन जागरूकता के लिए निर्देशित किया है। वैश्विक वयस्क तंबाकू सर्वेक्षण के अनुसार प्रदेश में 40 फ़ीसदी लोग किसी न किसी रूप में तंबाकू उत्पाद का प्रयोग करते हैं । इनमें से 36% लोग गुटका और जर्दा का उपयोग करते हैं । स्कूली छात्रों में यह दर बहुत तेजी से बढ़ी है, जो चिंतनीय है ।
17 मार्च को तंबाकू निषेध जागरूकता पर कई कार्यक्रम होंगे शालेय स्तर पर स्लोगन ,नाटक व वाद-विवाद प्रतियोगिताएं होंगी। महाविद्यालयों में भी विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। शासकीय कार्यालयों को तंबाकू उत्पाद प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया जाएगा और सभी सरकारी दफ्तरों में बोर्ड लगाए जाएंगे। ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस एवं शिशु संरक्षण माह के दौरान उपस्थित हितग्राही को तंबाकू के दुष्प्रभाव पर जानकारी दी जाएगी और सभी गांवों में समूह चर्चा आयोजित की जाएगी।
बिलासपुर में मुख कैंसर के मरीज बढ़े
बिलासपुर में गुटखा और तंबाकू के कारण मुख कैंसर के रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सिम्स के कैंसर ओपीडी में अब हर महीने 40 से अधिक मरीज आ रहे हैं, जिनमें गला, जीभ और जबड़े के साथ तालु के कैंसर के लक्षण मिल रहे हैं। सिम्स के दंत विभाग में भी कई मरीजों का जबड़ा निकाला गया है। तंबाकू और गुटखा के कारण लोग मसूड़ों की समस्या, दांत में दर्द और जलन और पायरिया के मरीज भी आ रहे हैं। जब मुंह में बहुत ज्यादा दिक्कत होती है तभी लोग अस्पताल आते हैं इसके पहले कोई जांच नहीं कराता।
लड़कियों भी कर रही हैं धूम्रपान
बिलासपुर में लड़कियों में धूम्रपान की दर तेजी से बढ़ रही है। रिवरव्यू श्रीकांत वर्मा मार्ग, अलका एवेन्यू और संतोष भवन के बाजू वाली गली में अक्सर लड़कियों को सिगरेट पीते देखा जा सकता है। रिवरव्यू में सिगरेट बेचने वाले तीरथ साहू ने बताया की युवा साथियों के दबाव में लड़कियां सिगरेट पी रही हैं । एक की देखा- देखी दूसरी भी मुंह से लगा लेती हैं। आजकल लड़के और लड़कियां एक साथ ग्रुप बना कर आते हैं इसलिए इनमें सिगरेट का चलन बढ़ा है।
इस संबंध में डॉक्टर के के श्रीवास्तव ने बताया कि तंबाकू में मौजूद निकोटिन का हड्डियों पर गंभीर प्रभाव पड़ता है इसीलिए महिलाओं में बोन डेंसिटी की समस्याएं आने लगती है । गांव में महिलाओं में तंबाकू खाने का चलन बहुत ज्यादा है। इसी तरह गांव से शहर आकर श्रमिक का काम करने वाली महिलाएं तंबाकू का सेवन करती हैं । कंस्ट्रक्शन साइट पर बीड़ी पीते भी दिखाई देती हैं। एक शोध के मुताबिक भारत में महिलाएं रोज 7 सिगरेट पीती हैं। इस मामले में वे भारतीय पुरुषों से आगे हैं , जो रोज 6 सिगरेट पीते हैं । मौजूदा दौर में महिलाओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
बिलासपुर के थोक सिगरेट व्यवसाय सुनील ठाकुर बताते हैं कि कीमतें बढ़ने का कोई असर नहीं हुआ है।जो फिल्टर वाली सिगरेट पीते थे वह बिना फिल्टर वाली पीने लगते हैं । युवा वर्ग में महंगी सिगरेट पीने का चलन बहुत तेजी से बढ़ा है। शहर में कई जगह स्मोक प्वाइंट भी बन गए हैं , जहां कॉलेज के युवा लड़के और लड़कियां सिगरेट पीते नजर आते हैं।