रायपुर। NHM STRIKE: स्वास्थ्य मिशन, छत्तीसगढ़ के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा 18 अगस्त 2025 से अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की जा रही है। इससे पूर्व 13 अगस्त 2025 को आयोजित कार्यकारिणी समिति की बैठक में प्रस्तुत 10 मांगों में से 5 मांगों पर सहमति व्यक्त कर आवश्यक आदेश जारी किए जा चुके थे, बावजूद इसके हड़ताल जारी रखने पर सरकार ने कड़ा रुख अपनाते हुए NHM के 25 अफसर-कर्मियों को बर्खास्त करने का आदेश जारी कर दिया। इधर इस कार्यवाही के विरोध में अब NHM के प्रदेशभर के 16 हजार अफसर-कर्मियों ने आज सामूहिक इस्तीफा देने का फैसला किया है।

NHM STRIKE:  NHM अधिकारी–कर्मचारी संघ ने बर्खास्तगी की कार्यवाही के बाद जारी प्रेसनोट में लिखा है कि चुनाव घोषण पत्र में उल्लेखित मोदी की गांरटी लागू न करने एवं आंदोलनरत हमारे साथियों पर बर्खास्तगी जैसी दमनकारी प्रशासनिक कार्यवाही के विरोध में प्रदेश भर के कर्मचारी सामूहिक त्यागपत्र देंगे। 

NHM STRIKE: आगे कहा गया है कि अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर विगत 18 अगस्त से हम सभी संविदा एनएचएम स्वास्थ्य कर्मचारी लोकतांत्रिक व्यवस्था में संविधान प्रदत्त मूल अधिकारों के दायरे में रहकर आंदोलनरत हैं। यह आंदोलन 160 बार ज्ञापन देने के पश्चात जब शासन प्रशासन में कोई सुनवाई नहीं हुई तब विवश होकर किया गया है। आंदोलन के दौरान व्हाट्सएप पर चेतावनी पत्र, व्हाट्सएप पर बर्खास्त के आदेश यह सब जितनी तेजी से भेजे जा रहे हैं यदि इतनी ही तेजी माँगों के निराकरण में दिखाई जाती तो आज यह स्थिति ना पैदा होती ।

NHM STRIKE:  कहा गया  है कि यह बहुत दुखद है कि सुबह छत्तीसगढ़ प्रदेश एनएचएम कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अमित मिरी मुख्यमंत्री जी से इस मामले में हस्तक्षेप की अपील करते हैं परंतु शाम को ही प्रशासन संवाद स्थापित करने के इस प्रयास में बाधा बनते हुए बर्खास्तगी के पत्र कर्मचारियों को जारी करता है। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि, प्रशासन स्वयं ही यह नहीं चाहता कि सरकार का कर्मचारियों से कोई संवाद स्थापित होकर इसका कोई निराकरण निकले।

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