नई दिल्ली । पूर्व कांग्रेस नेता गुलाम नवी आजाद के साथ कांग्रेस छोड़ने वाले जम्मू कश्मीर के डेढ़ दर्जन बड़े नेताओं की कांग्रेस में वापसी हो गई है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो पदयात्रा के कश्मीर पहुंचने से पहले यह चमत्कार हो गया है। आजाद के लिए यह बड़ा झटका है। इन्हीं नेताओं के दम पर उन्होंने कांग्रेस से अलग होकर नई पार्टी बनाई थी। इन नेताओं की कांग्रेस में वापसी के साथ जम्मू कश्मीर में राहुल गांधी की भारत जोड़ो पदयात्रा सफल होती हुई दिखाई दे रही है।
जिन नेताओं ने आजाद का साथ छोड़ दिया है उनमें ताराचंद (पूर्व उपमुख्यमंत्री, अध्यक्ष और नेता सीएलपी जम्मू-कश्मीर राज्य, पूर्व उपाध्यक्ष डीएपी)
पीरजादा मो. सईद (पूर्व पीसीसी अध्यक्ष, 3 बार जम्मू-कश्मीर राज्य मंत्री, पूर्व उपाध्यक्ष डीएपी)
ठाकुर बलवान सिंह (पूर्व विधायक एवं पूर्व महासचिव डीएपी)
मो. मुजफ्फर पर्रे (पूर्व एमएलसी और सीनियर एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट, पूर्व सदस्य कार्य समिति डीएपी)
श्री मोहिंदर भारद्वाज (वरिष्ठ अधिवक्ता जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उच्च न्यायालय, 3 बार अध्यक्ष बार एसोसिएशन जम्मू, पूर्व सदस्य कार्य समिति डीएपी)
श्री भूषण डोगरा (पूर्व उपाध्यक्ष अनुसूचित जाति सलाहकार बोर्ड जम्मू-कश्मीर सरकार मंत्री पद के साथ)
श्री विनोद शर्मा (पूर्व अध्यक्ष कांग्रेस सेवादल जम्मू-कश्मीर, पूर्व महासचिव पीसीसी जम्मू-कश्मीर पूर्व जिलाध्यक्ष डीएपी)
श्री नरिंदर शर्मा (पूर्व सचिव पीसीसी जम्मू-कश्मीर, पूर्व महासचिव डीएपी)
श्री नरेश शर्मा (2 बार पूर्व अध्यक्ष नगर परिषद कठुआ, पूर्व सचिव पीसीसी)
श्री अंबरीश मगोत्रा (पूर्व अध्यक्ष नगर परिषद कटरा पूर्व सचिव पीसीसी जम्मू और कश्मीर)
श्री सुभाष भगत (पूर्व अध्यक्ष डीसीसी सांबा पूर्व महासचिव डीएपी)
श्रीमती संतोष मन्हास (सचिव डीएपी)
श्री बद्री नाथ शर्मा (पूर्व संस्थापक सदस्य डीएपी)
श्री वरुण मगोत्रा (पूर्व महासचिव युवा कांग्रेस और वरिष्ठ युवा नेता डीएपी)
श्रीमती अनुराधा शर्मा (वरिष्ठ महिला नेता डीएपी)
श्री विजय तारगोत्रा (प्रखंड विकास अध्यक्ष हीरानगर)
श्रीमती चंदर प्रभा शर्मा (वरिष्ठ महिला नेता डीएपी)