बिलासपुर । केन्द्रीय विद्यालय बिलासपुर में 1 जून से 15 जून तक बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मकता सुनिश्चित करने जनभागीदारी गतिविधियों को बढ़ावा देने आभासी माध्यम से कार्यशाला आयोजित की जा रही है।
इसके अंतर्गत जी-20 शिखर वार्ता, राष्ट्रीय शिक्षा नीति एवं फॉउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमेरेसि (एफ एल एन) में जनभागीदारी सुनिश्चित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
कार्यक्रम के तृतीय दिवस पर प्रश्न मंच प्रतियोगिता आयोजित की गई।
इसका विषय था- जी-20 शिखर वार्ता एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति। गूगल फॉर्म में आभासी माध्यम से आयोजित इस प्रतियोगिता में विद्यालय के सैकड़ों विद्यार्थियों, अभिभावकों एवं जन सामान्य ने भाग लिया।
प्रश्न मंच प्रतियोगिता के समन्वयक डॉ राजेश शर्मा एवं सुनील पाण्डेय ने जानकारी देते हुए बताया कि यह हमारे देश के लिए हर्ष एवं गर्व का विषय है कि इस वर्ष भारत जी-20 शिखर वार्ता की मेजबानी कर रहा है। इस संदर्भ में प्रत्येक भारतवासी को जागरूक कर उनमें राष्ट्र प्रेम के भाव भरने हेतु देशव्यापी कार्यक्रम हो रहे हैं। इसी कड़ी में केन्द्रीय विद्यालय बिलासपुर में यज्ञआयोजन चल रहा है।
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं विद्यालय के प्राचार्य धीरेन्द्र कुमार झा ने बताया कि आजादी के अमृत काल में हमारा भारत विकास के नित नवीन सोपानों की ओर अग्रसर है। भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय एवं केन्द्रीय विद्यालय संगठन के निर्देशों के अनुपालन के तारतम्य में साक्षरता एवं संख्यात्मकता के लक्ष्य की प्राप्ति हेतु जनभागीदारी को बढ़ावा देने यह एक शानदार पहल है। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय विद्यालय संगठन बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मकता के लक्ष्य को प्राप्त करने प्रतिबद्ध है। इस हेतु केंद्रीय विद्यालय बिलासपुर में 1 जून से 15 जून तक 15 दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई है। उन्होंने बताया कि आगामी 7 जून को इस विषय पर विद्यालय में कार्यशाला आयोजित की गई है। इस कार्यशाला में अधिक से अधिक लोगों को जुड़ने का उन्होंने आह्वान किया।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में वी के एस पटेल, संजीव वर्मा, जेसोफिन लाकरा, अनिल एक्का, एस डी सरजाल, जूही चक्रवर्ती, उमेश कुमार कुर्रे, अर्चना मर्सकोले, कनकलता सिदार, राधेश्याम सिंह, माला शर्मा, रागिनी उराँव, ओ पी सोनी, संजीव कुमार,पी के मिश्रा, संगीता कोकिला, राजेश चौहान, संतोष लाल आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

