बिलासपुर। छत्तीसगढ़ बिजली वितरण कंपनी के सकरी सर्किल के एक बड़े हिस्से के लोग चार दिनों से अंधेरे में हैं। कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि ट्रांसफार्मर खराब हो गया है और हमारे पास दूसरा ट्रांसफार्मर नहीं है। कंपनी से ट्रांसफार्मर मिलेगा तो बदला जा सकेगा, हम कुछ नहीं कर सकते।
यह हाल तब है जब कुछ माह बाद चुनाव होने वाले हैं। बिजली गुल होने का कारण पता लगाने में ही अधिकारियों को तीन दिन लग गए। चौथे दिन बताया गया कि ट्रांसफार्मर खराब हो गया है। इस पर यह भी कि उनके पास बदलने के लिए ट्रांसफा नहीं है। कल्पना कर सकते हैं कि सरप्लस बिजली वाले राज्य में आपूर्ति व्यवस्था का हाल क्या है ?
बिजली के इस संकट से परेशान लोग कंपनी के दफ्तर में रोज पहुंच रहे हैं । उन्हें अधिकारियों से आश्वस्त करने वाला कोई जवाब नहीं मिल रहा है। उन्हें बताया जा रहा है कि वे कुछ नहीं कर सकते। उनके जवाब से निराश लोग सरकार को भला- बुरा सुनाकर वापस लौट रहे हैं। बारिश के मौसम में इस स्थिति की आशंका पहले से ही थी , लेकिन इसे टालने की समय रहते अधिकारियों ने कोई योजना नहीं बनाई। अब वे अपने आप को असहाय बता रहे हैं और व्यवस्था का रोना रहे हैं।
सकरी सर्किल में बिलासपुर शहर के बाहरी हिस्से के अलावा एक बड़ा क्षेत्र गांवों का आता है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति व्यवस्था की स्थिति का अनुमान लगाया जा सकता है। अभी कुछ दिनों पहले ही जिले में संजीव कुमार झा को नया कलेक्टर पदस्थ किया गया है। श्री झा एक अनुभवी प्रशासनिक अधिकारी हैं और नागरिक सुविधाओं के मामले में उदासीनता के प्रति उनका सख्त रूख देखा गया है। बिजली संकट से परेशान लोग उनसे मिलकर अपनी समस्या से अवगत कराया है और उम्मीद जाहिर की है कि वे इस संकट से राहत दिलाएंगे ।

