• रोक लगाने अधिकारियों ने लिखा प्रशासन को पत्र
सूरजपुर। The plight of PMGSY roads: प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क पर 12 टन भार क्षमता वाले मालवाहक ही गुजर सकते हैं , लेकिन यहां 30-35 टन से भी अधिक भार वाले मालवाहकों के गुजरने से सड़क कई जगह धंस गई। ग्रामीणों का इस सड़क पर चलना दूभर हो गया है। प्रधानमंत्री सड़क के अधिकारियों ने ऐसे मालवाहकों को सड़क से गुजरने पर रोक लगाने प्रशासन को पत्र लिखा है।

Plight of PMGSY roads: प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत तीन साल पहले रूनियाडीह-डांडपारा से सरस्वतीपुर तक 3 किलोमीटर सड़क बनाई गई थी। इस सड़क की भार क्षमता करीब 12 टन है। इसी सड़क को जोड़ते हुए सूरजपुर मेन रोड से पीडब्ल्यूडी द्वारा हाल ही में भारी वाहनों के लिए सड़क का निर्माण कार्य कराया गया है। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क के इससे जुड़ने से अधिक भार वाले मालवाहक बेरोकटोक गुजरने लगे , जिसके कारण देखते ही देखते सड़क की दुर्दशा हो गई।
Plight of PMGSY roads: बारिश के इस मौसम में सड़क को और ज्यादा नुकसान पहुंच रहा है । 35 से 40 टन वाले मालवाहकों के गुजरने से सड़क की स्थिति ऐसी हो गई है आम लोगों का चलना मुश्किल हो गया है । सड़क पर जगह-जगह गड्ढे हो गए है। सड़क की दुर्दशा देख ग्रामीण काफी चिंतित है। कहा जा रहा है भारी वाहनों पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया तो यह सड़क जल्द ही लोगों के आवागमन के लायक भी नहीं बचेगी।
Plight of PMGSY roads: प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के अधिकारियों ने भी इस सड़क का निरीक्षण कर भारी वाहनों के लगातार आवागमन से क्षतिग्रस्त होने की बात कही है। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के अधिकारियों ने जिला प्रशासन को पत्र लिखकर इस सड़क पर भारी वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है जिससे सड़क ग्रामीणों के चलने लायक बची रह सके।

