PM Modi: अयोध्या: अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया। पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए जहां एक तरफ इस ऐतिहासिक क्षण का महत्व बताया तो उन्होंने रामलला से माफी भी मांगी। उन्होंने उनके मंदिर निर्माण में लगे समय को लेकर क्षमा याचना की।
PM Modi: पीएम मोदी ने कहा, ‘आज हमें सदियों के उस धैर्य की धरोहर मिली है, आज हमें श्रीराम का मंदिर मिला है। आज से हजार साल बाद भी लोग आज की इस तारीख की, आज के इस पल की चर्चा करेंगे। ये कितनी बड़ी रामकृपा है कि हम इस पल को जी रहे हैं, इसे साक्षात घटित होते देख रहे हैं।
PM Modi: पीएम मोदी ने राममंदिर के लिए 500 सालों तक चले इतंजार के लिए रामलला से क्षमा याचना की। उन्होंने कहा, ‘मैं आज प्रभु श्रीराम से क्षमा याचना भी करता हूं। हमारे पुरुषार्थ, हमारे त्याग, तपस्या में कुछ तो कमी रह गयी होगी कि हम इतनी सदियों तक ये कार्य नहीं कर पाए। आज वो कमी पूरी हुई है। मुझे विश्वास है, प्रभु राम आज हमें अवश्य क्षमा करेंगे।
PM Modi: पीएम मोदी ने प्रतीक्षा की पीड़ा और इसके समाप्त होने की खुशी को जाहिर करते हुए कहा, ‘प्रभु का आगमन देखकर ही सब अयोध्यावासी, समग्र देशवासी हर्ष से भर गए। लंबे वियोग से जो विपत्ति आई थी, उसका अंत हो गया। उस कालखंड में वो वियोग तो केवल 14 वर्षों का था, तब भी इतना असह्य था। इस युग में तो अयोध्या और देशवासियों ने सैकड़ों वर्षों का वियोग सहा है। हमारी कई-कई पीढ़ियों ने वियोग सहा है।
PM Modi: पीएम मोदी ने रामंदिर के पक्ष में फैसला देने के लिए न्यायपालिका का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘संविधान के अस्तित्व में आने के बाद भी दशकों तक प्रभु श्रीराम के अस्तित्व को लेकर कानूनी लड़ाई चली। मैं आभार व्यक्त करूंगा भारत की न्यायपालिका का, जिसने न्याय की लाज रख ली। न्याय के पर्याय प्रभु राम का मंदिर भी न्यायबद्ध तरीके से ही बना।’ पीएम ने कहा कि हमारे लिए ये अवसर सिर्फ विजय का नहीं, विनय का भी है।
PM Modi: यह राष्ट्र चेतना का मंदिर: मोदी
PM Modi: पीएम मोदी ने कहा, ‘वो भी एक समय था, जब कुछ लोग कहते थे कि राम मंदिर बना तो आग लग जाएगी। ऐसे लोग भारत के सामाजिक भाव की पवित्रता को नहीं जान पाए। रामलला के इस मंदिर का निर्माण, भारतीय समाज के शांति, धैर्य, आपसी सद्भाव और समन्वय का भी प्रतीक है।
PM Modi: हम देख रहे हैं, ये निर्माण किसी आग को नहीं, बल्कि ऊर्जा को जन्म दे रहा है। ये मंदिर, मात्र एक देव मंदिर नहीं है। ये भारत की दृष्टि का, भारत के दर्शन का, भारत के दिग्दर्शन का मंदिर है। ये राम के रूप में राष्ट्र चेतना का मंदिर है। राम भारत की आस्था हैं, राम भारत का आधार हैं।
PM Modi: राम भारत का विचार हैं, राम भारत का विधान हैं। राम भारत की चेतना हैं, राम भारत का चिंतन हैं। राम भारत की प्रतिष्ठा हैं, राम भारत का प्रताप हैं। राम प्रवाह हैं, राम प्रभाव हैं। राम नेति भी हैं। राम नीति भी हैं।राम नित्यता भी हैं। राम निरंतरता भी हैं। राम विभु हैं, विशद हैं। राम व्यापक हैं, विश्व हैं, विश्वात्मा हैं।