ताबड़तोड़ कार्रवाई से कारोबारियों में खलबली

हृदेश केशरी, बिलासपुर। नशे के खिलाफ बिलासपुर पुलिस ने अपने निजात अभियान में एक पखवाड़े के भीतर बड़ी कार्रवाई करते हुए नशे के अवैध कारोबार से जुड़े 372 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है और 20 लाख से अधिक का मादक पदार्थ जब्त किया है । इसमें शराब, गांजा , नशीली दवाएं तथा हुक्का में इस्तेमाल किया जाने वाला तंबाकू शामिल है।

पुलिस महानिरीक्षक बी.एन. मीणा ने 1 फरवरी को पुलिस अधीक्षक श् संतोष कुमार सिंह नेतृत्व में अवैध नशे के खिला निजात अभियान की शुरुआत थी पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर राजेन्द्र जायसवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राहुलदेव शर्मा के मार्गदर्शन में बिलासपुर के सभी थाना क्षेत्रों में अभियान चलाकर कार्रवाई की गई।

इस अभियान में आबकारी एक्ट के तहत 328 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया , जिनसे 465.3 लीटर अवैध शराब जब्त की गई। सार्वजनिक स्थान में शराब पीने वाले 210 लोगों के विरुद्ध 36(च) आबकारी एक्ट की कार्यवाही तथा 80 लोगों को शराब पीकर वाहन चलाते हुए पकड़ा गया। मनोत्तेजक नशा निवारण अधिनियम (NDPS) एक्ट के तहत 30 प्रकरणों में 36 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया , जिनसे 69.3 किलो गांजा, 15 ग्राम चरस ,96 नग नाइट्रा इंजेक्शन, 120 नग कोडीन सिरप जब्त किया गया ।इसी तरह कोटपा एक्ट में 6 व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही की गई, जिनसे सवा 2 लाख से अधिक की हुक्का में प्रयुक्त होने वाला फ्लेवर तम्बाकू 280 नग व अन्य सामग्री जब्त की गई। एक व्यक्ति से 240ट्यूब शाल्युसन जप्त किया गया । इस कार्रवाई से नशे के कारोबारियों में खलबली मच गई है।

नशे के खिलाफ पुलिस के इस अभियान ने साबित कर दिया है कि पुलिस चाह ले तो नशे का कोई सामान नहीं बिक सकता। एक एसपी के ऐसा चाहने पर कितना कुछ बदल सकता है, इन दिनों बिलासपुर में देखा जा सकता है। नशे के सौदागर कारोबार समेटने लगे हैं। पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने थाना प्रभारियों से कहा है कि नशीले पदार्थों का अवैध कारोबार बंद होना चाहिए। नशे के अवैध कारोबार पर लगाम लगाकर बढ़ते अपराधों पर भी नियंत्रण पाया जा सकता हम। नशे के रूप में ड्रग्स का इस्तेमाल भी काफी बढ़ गया है। युवा और किशोर वय वालों को इसकी लत लगाई जा रही है। यह सामाजिक दृष्टि से भी बेहद ख़तरनाक है। नशीली दवाइयों के अवैध कारोबार पर कार्रवाई यदाकदा पहले भी हो रही थी, अब यह पुलिस के सबसे बड़े अभियान का हिस्सा है। पुलिस ठान लें तो यह कारोबार चल ही नहीं सकता ।

एसपी संतोष सिंह ने ईमानदारी से काम नहीं करने वालों को एक तरह से सख्त चेतावनी दे दी है। थाना प्रभारियों के साथ ही मातहतों में भी ईमानदार साबित करने की होड़ सी शुरू हो गई है ।आए दिन नशे के कारोबार करने वाले पकड़े जा रहे हैं। इन कार्रवाइयों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि शहर और जिले में कितने बड़े मात्रा पैमाने पर नशीली दवाओं का यह कारोबार चल रहा है। एसपी संतोष कुमार सिंह का नशे के खिलाफ निजात अभियान नया नहीं है। यह अभियान उनके काम का एक हिस्सा है। वे जहां भी एसपी रहे नशे के इस कारोबार को रोकने का अभियान चलाया। इसके लिए वह अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त कर चुके हैं। बिलासपुर जैसे बड़े जिले के एसपी के रूप में उनका यह अभियान पूरे राज्य में नशे के इस अवैध कारोबार को रोकने में सहायक हो सकता है। बिलासपुर राज्य के मध्य हिस्से का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण जिला है। एसपी के फरमान पर थाना प्रभारियों ने ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस से मिलकर कारोबार चलाने वाले सबसे पहले पकड़े गए हैं। यह जानकारी आम लोगों को भी है कि पुलिस के संरक्षण में ही यह अवैध कारोबार फूलता फलता रहा है। पुलिस अपनी कार्रवाइयों से अब जनता का विश्वास जीतने कोशिश कर रही है और उसे इसमें सफलता भी मिल रही है।

सभी चाहते हैं कि नशे का अवैध कारोबार बंद होना चाहिए। इस अभियान के शुरू होने के बाद लोगों से पुलिस को सूचनाएं भी मिल रही है और विश्वास का नया वातावरण बना है। शहर में नशे का कारोबार बहुत बड़ा रूप ले चुका है। नशीले पदार्थों की बड़ी – बड़ी खेप यहां आती रही है। दूसरे प्रदेशों से आने वाले नशीले पदार्थों की खरीदी बिक्री का शहर केन्द्र बन गया है। हाल ही में नशीली दवाइयां बनाने वाली एक फैक्ट्री में ड्रग्स विभाग ने छापामार कार्रवाई की थी। रायपुर बेमेतरा, भाटापारा क्षेत्र में भी रेड की कार्रवाई की गई। नशीली दवाइयां बनाते हुए लोग पकड़ गए ।

ड्रग्स की सप्लाई हैदराबाद से

नशीली दवाओं की बड़ी खेप हैदराबाद से आती है । करोड़ों का माल हर महीने निकलता है। पुलिस पहले भी कार्रवाई करती रही है पर उसके निशाने पर छोटी मछलियां ही होती थीं।निजात में बड़ी मछलियां भी निशाने पर हैं। एसपी संतोष सिंह ने रायगढ़ और कोरबा जिले में भी नशीले पदार्थों के कारोबार पर लगाम लगाने निजात अभियान छेड़ा था और प्रशंसा बटोरी थी। अब बिलासपुर जिले में उनका अभियान शुरू हुआ है। यह सर्वज्ञात है कि नशीले पदार्थों , जिनमें नशीली दवाएं भी शामिल हैं, पूरे जिले में फ़ैल चुका यह कारोबार बढ़ते अपराधों का कारण बन चुका है। अपराधों पर नियंत्रण भी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। निजात अभियान की कार्रवाई से इसमें भी सफलता मिल सकती है।

नशे के कारोबारियों को साफ संकेत

एसपी संतोष कुमार सिंह के पदभार संभालने के साथ इस दिशा में पुलिस ने कार्रवाई शुरू करके नशे का कारोबार करने वालों को संकेत दे दिया है कि उनका कारोबार अब नहीं चलेगा। पूरे प्रदेश की पुलिस को निजात अभियान की जानकारी है और एसपी संतोष सिंह की पदस्थापना के साथ जिले की पुलिस इसमें सक्रिय हो जाती है। पूरे जिले में नशे के कारोबार के खिलाफ लगातार कार्रवाई चल रही है। नशीली दवाओं के साथ ही गांजा व शराब की अवैध बिक्री के खिलाफ पुलिस ने अभियान छेड़ दिया है।

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