रायपुर। Police Recruitment: छत्तीसगढ़ में आरक्षक भर्ती में गड़बड़ी उजागर होने के बाद राजनांदगांव में चल रही आरक्षक भर्ती प्रक्रिया को को रद्द कर दिया गया है। गृहमंत्री विजय शर्मा ने इस आशय की घोषणा की। राजनांदगांव जिले में पिछले दिनों भर्ती में लेनदेन का खुलासा होने के बाद पुलिस ने FIR दर्ज किया था और अब तक 7 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
Police Recruitment: राजनांदगांव में आरक्षक भर्ती प्रक्रिया में शामिल कुछ उम्मीदवारों ने भर्ती में गड़बड़ी होने की आशंका जताई थी, इसी बीच यहां हो रहे एक इवेंट की प्रभारी DSP ने गड़बड़ी की पुष्टि होने पर मामले में FIR दर्ज करा दी। यहां के लालबाग थाने की पुलिस संदेहियों से पूछताछ कर ही रही थी कि इन्हीं में शामिल एक आरक्षक ने आत्महत्या कर ली। आरक्षकों के फिजिकल टेस्ट के लिए हैदराबाद की टाइमिंग टेक्नोलॉजी कंपनी से जिन उपकरणों की खरीदी की गई है, उसके कर्मचारी ही भर्ती में भ्रष्टाचार का जरिया बन गए। इनके द्वारा फिजिकल टेस्ट करा रहे उम्मीदवारों की नापजोख के समय उनकी माप में गड़बड़ी की गई। अब तक की जांच में यह सामने आया है कि यह पूरा काम वहां ड्यूटी पर मौजूद आरक्षकों द्वारा कंपनी के कर्मचारियों से मिलीभगत करके किया गया।
Police Recruitment: यह मामला उजागर होने के बाद लालबाग थाने की पुलिस ने पहले 4 आरक्षकों और टाइमिंग टेक्नोलॉजी कंपनी के 2 कर्मियों को गिरफ्तार किया। इसके बाद एक महिला उम्मीदवार को भी गिरफ्तार किया गया। सुसाइड करने वाले आरक्षक ने इस गड़बड़ी में अधिकारियों का हाथ होने की ओर इशारा किया था और पुलिस भी इस दिशा में जांच कर रही है। लगभग 3000 इंट्रियों में गड़बड़ी है। हालांकि कंपनी की ओर से गड़बड़ियों को सुधार कर देने का दावा किया गया, मगर जो सुधार किये गए उनमें भी खामियां उजागर हो गईं। आखिरकार मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के संज्ञान में यह बात आयी और राजनांदगांव में हो रही भर्ती प्रक्रिया रद्द करने का निर्देश देना पड़ा।

