बिलासपुर।  Power outage:  बिजली कंपनी के अधिकारियों को फ्यूज काल सेन्टर में फोन करने की जरूरत शायद न पड़ती हो मगर आम उपभोक्ताओं के लिए तो यह बहुत जरूरी सेवा है। इस इकलौती सेवा का हाल जानकर पूरी बिजली आपूर्ति व्यवस्था का अंदाजा लगाया जा सकता है। कलेक्टर साहब भी एक बार इस फ्यूज काल सेन्टर में शिकायत दर्ज कराकर पूरा हाल जान सकते हैं।

Power outage:  एक बिजली उपभोक्ता ने सकरी बिजली सर्किल के फ्यूज काल सेन्टर के नंबर 9171884534 पर काल किया। उधर से रिप्लाई मिला कि यह नंबर नेटवर्क कवरेज से बाहर है। हमने पता लगाया तो यह बात सामने आई कि इस नंबर को हमेशा चालू रखने की ज़रूरत ही नहीं समझी जाती। फोन की बैटरी डिस्चार्ज हो जाने की वजह से भी कई बार फ्यूज काल सेन्टर का यह नंबर नेटवर्क कवरेज से बाहर हो जाता है। उपभोक्ता ने अपनी समस्या सीधे कार्यपालन यंत्री को फोन पर बताई। उन्होंने बताया कि आपके फोन पर जेई मैडम काल करेंगी, आप उन्हें अपनी समस्या से अवगत कराएं। थोड़ी देर बाद जेई मैडम का फोन आया। उपभोक्ता ने अपनी समस्या बताई। उपभोक्ता को आश्वस्त किया गया कि लाइनमैन जाकर समस्या हल कर देगा। यह सब शाम 6 बजे की बात थी। रात आठ बजे तक कोई लाइनमैन नहीं आया।

Power outage:  इसके बाद उपभोक्ता ने फ्यूज काल सेन्टर को काल लगाई। इत्तेफाक से काल लग गई। उपभोक्ता ने अपनी समस्या दर्ज कराई। बताया गया कि लाइनमैन उपलब्ध होते ही भेजा जाएगा। दूसरे दिन सवेरे 10 बजे तक भी कोई नहीं आया। उपभोक्ता की समस्या यह है कि खंबे से स्पार्किंग हो रही है और बिजली बार-बार ट्रिप हो रही है। कल्पना कीजिए कि यदि कोई बड़ी समस्या होती तो क्या होता ? अगर बिजली की कोई बड़ी दुर्घटना की स्थिति हो तो क्या होगा ?

Power outage:  दूसरे दिन सवेरे 10 बजे तक भी समस्या का समाधान न होने पर उपभोक्ता ने जेई मैडम  को फिर फोन लगाया। उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। उपभोक्ता ने ईई साहब को फोन लगाकर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मैं देखता हूं। उपभोक्ता को कहीं से समाधान निकलता हुआ नहीं दिख रहा था। उसने सकरी सर्किल के एई को फोन लगाया। अक्सर व्यस्त बताने वाला एई का फोन किस्मत से लग गया। उपभोक्ता ने उनसे सारी बात बताई। एई साहब ने भी कहा कि वे भी जेई मैडम को ही बोल सकते हैं। कल शाम 6 बजे से अपनी समस्या के समाधान के लिए अधिकारियों से लेकर फ्यूज काल सेन्टर तक शिकायत दर्ज करा चुके उपभोक्ता को दूसरे दिन दोपहर बाद तक समाधान होने का इंतजार ही है।

Power outage: इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि बिलासपुर जिले में बिजली आपूर्ति व्यवस्था की क्या स्थिति है ? छत्तीसगढ़ सरकार डिप्टी सीएम अरूण साव जिले के प्रभारी मंत्री हैं। ऐसे जिले में बिजली व्यवस्था का ये हाल हो तो दूसरे जिलों के बारे में क्या सोचा जा सकता है। बिजली कंपनी के जो अधिकारी जिले में पदस्थ हैं , वे प्रभारी मंत्री के प्रति जवाबदेही से कैसे बच सकते हैं।। एक सामान्य उपभोक्ता के लिए यह दुखदायी है। सकरी सर्किल में हाल ही में अधिकारी – कर्मचारियों का तबादला कर दिया गया। सूत्र बता रहे हैं कि इस सर्किल में अव्यस्था का यह भी एक बड़ा कारण है। इस सर्किल का कार्यक्षेत्र बहुत बड़ा है। शहर का भी एक बड़ा हिस्सा भी इस सर्किल में आता है। अधिकारी व्यवस्था संभाल नहीं पा रहे हैं। इसी अव्यस्था के कारण पिछले दिनों उपभोक्ताओं ने सर्किल दफ्तर का घेराव भी किया था।

Power outage: पूर्ववर्ती कलेक्टर अवनीश शरण जिले में बिजली व्यवस्था को लेकर जनता की बढ़ती शिकायतों से बेहद नाराज़ थे। उन्होंने भरी बैठक में अधिकारियों को फटकार लगाई थी। उन्होंने कहा था कि अधिकारियों को उपभोक्ताओं की शिकायत सुनने के लिए फोन पर उपलब्ध होना चाहिए। उनके तबादले के बाद आए कलेक्टर संजय अग्रवाल अभी सारी समस्या देख रहे हैं। उपभोक्ताओं को तो लगता है कि कलेक्टर साहब एक बार संकरी सर्किल के फ्यूज काल सेन्टर को काल कर लें तो उन्हें पूरे जिले की बिजली व्यवस्था का अंदाजा हो जाएगा।

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