• हाई स्कूल एवं हायर सेकंडरी स्कूलों के प्राचार्यों से परीक्षा परिणाम पर भी चर्चा
सूरजपुर। School education: कलेक्टर रोहित व्यास द्वारा जिले के समस्त हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों के बोर्ड परीक्षा परिणाम को लेकर प्राचार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक का आयोजन जिला पंचायत सभाकक्ष में किया गया जहां सभी स्कूलों में बच्चों के परीक्षा परिणाम को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी, डीएमसी शशिकांत सिंह, सर्व बी.ई. ओ सहित सभी स्कूलों के प्राचार्य उपस्थित थे।
School education: बैठक में कलेक्टर श्री व्यास ने बोर्ड परीक्षा के परिणाम को लेकर सभी प्राचार्यों से जानकारी ली। बच्चों के उत्तीर्ण एवं अनुत्तीर्ण होने के स्थिति का जायजा लेते हुए उन्होंने सभी प्राचार्यों एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारियों से बोर्ड परीक्षा में बच्चों के खराब प्रदर्शन का कारण पूछते हुए खराब परीक्षा परिणाम देने पर सख्त नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने अनुपस्थित रहने वाले एवं लापरवाह शिक्षकों को निर्देश देते हुए कहा कि बच्चों के भविष्य को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी स्कूलों का नियमित निरीक्षण करने एवं लापरवाह शिक्षकों पर कार्यवाही करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
School education: इस दौरान उन्होंने बच्चों के कमियों को दूर करते हुए शिक्षा का स्तर बेहतर करने के लिए गंभीर प्रयास करने के लिए कहा। उन्होंने सभी बच्चों में विषयों के आधारभूत जानकारी को बेहतर करते हुए शैक्षणिक नींव को मजबूत करने के लिए सभी प्राचार्यों को निर्देशित किया है। साथ ही बच्चों को पढाई के लिए प्रोत्साहित करने को सभी के घर मे पढ़ाई का कोना बनवाने, पालक शिक्षक सम्मेलन करवाने के लिए कहा। उन्होंने अभिभावक शिक्षक सम्मेलन हर महीने के दूसरे मंगलवार को अनिवार्य रूप से करने के लिए कहा। इसके अलावा उन्होंने पढ़ाई का कोना बनवाने वाले माता पिता को सम्मानित कर उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए कहा। इसके अलावा उन्होंने सभी प्राचार्यों को बच्चों की उपस्थिति को सुनिश्चित करने गांवों और संबंधित क्षेत्र का दौरा करने के लिए कहा एवं जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय कर इस दिशा में गंभीर प्रयास करने के लिए कहा।
School education: कलेक्टर श्री व्यास ने सभी स्कूलों में प्रयोगशाला एवं लाइब्रेरी बेहतर रूप में स्थापित करने के लिए कहा ताकि बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके। उन्होंने पुस्तक दान अभियान चलाने एवं सभी स्कूलों में बच्चों को सामान्य ज्ञान और समसामयिकी विषयों से परिचित कराने के लिए गतिविधियां चलाने के लिए कहा। साथ ही उन्होंने बच्चों का शत प्रतिशत रूप में जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए कहा। उन्होंने स्कूल की छात्राओं को बाल विवाह से बचाने के लिए खासकर आठवीं से बारहवीं के छात्राओं पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा।