बिलासपुर (fourthline )। जन-जन तक विज्ञान के चमत्कारों को पहुंचाना ही साइंस कांग्रेस का लक्ष्य है ।साइंस कांग्रेस का खास फोकस इस बार महिला सशक्तिकरण है। महिलाओं को सशक्त करने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रयास किए जा रहे हैं।
भारतीय साइंस कांग्रेस की प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. विजयलक्ष्मी सक्सेना ने आज पत्रकारों से बात करते हुए कहा विज्ञान का स्तर लगातार बढ़ रहा है विज्ञान का लाभ आखिरी व्यक्ति तक पहुंचाना ही हमारा लक्ष्य है ।उन्होंने कहा महिला सशक्तिकरण पर हमारा खास फोकस है । वूमेन साइंस कांग्रेस के फंक्शन में इस बार ऐसी महिलाएं भी आई जो हिंदी नहीं बोल सकती थीं। उन्हें अपनी भाषा में बात करने की छूट दी गई । लद्दाख और कश्मीर से महिलाएं पहली बार साइंस कांग्रेस में शामिल हुई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मंत्र भारत विश्व गुरु बनेगा यह सामने आने लगा है । आज विभिन्न देशों में कंपनियों के उच्च पदों पर या तो भारतीय हैं या भारतीय मूल के हैं । एक तरह से विश्व का कंट्रोल भारतीय लोग ही कर रहे हैं। आज पूरे विश्व में स्वीकार कर लिया है कि भारत की हवा मिट्टी में एक खास बात है । सुरक्षा की उच्च पद पर पहुंचने के बाद भी महिलाएं असुरक्षित है आज भी माता-पिता डरते हैं कि काम पर निकली बेटी समय से वापस आ जाए।
धर्म से गहरा रिश्ता
उन्होंने कहा विज्ञान का धर्म से गहरा रिश्ता है। आयुर्वेद विज्ञान है और सभी धार्मिक ग्रंथों में कहीं ना कहीं विज्ञान झलकता है। उन्होंने कहा अभी भी देश में विज्ञान और अन्य क्षेत्रों में भी शीर्ष पदों पर बहुत कम महिलाएं हैं। 108 वर्षों में भारतीय विज्ञान कांग्रेस की अध्यक्षता करने वाली वह पांचवीं महिला हैं। यह महिला और विज्ञान को एक निश्चित वर्ग के भीतर रखने के लिए पर्याप्त नहीं है । हमें विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं और उनके नवाचारों के उत्थान के लिए बहुत कुछ करने की आवश्यकता है।

