अम्बिकापुर । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं सरकार के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने यह कहकर विरोधियों की नींद उड़ा दी है कि वह उन लोगों को बख्शने वाले नहीं हैं, जिन्होंने उन पर बेबुनियाद आरोप लगाए और महराज-महारानी पर टिप्पणियां कीं।
श्री सिंहदेव बलरामपुर – रामानुजगंज जिले के सामरी विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। आम तौर पर सहज शांत नजर आने वाले श्री सिंहदेव के स्वर में भारी रोष था। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने उन पर बेबुनियाद आरोप लगाए, उनके बारे में किसी की चाहे जो राय हो मगर उन्हें वह कभी बख्शने वाले नहीं हैं। चुनावों के समय उनकी इन बातों का अर्थ लगाया जा सकता है। उन्होंने पार्टी टिकट के सवाल पर पहले ही कह दिया है कि विधायकों के टिकट काटे जा सकते हैं।
सरगुजा और बलरामपुर जिले पूर्व सरगुजा रियासत के ही हिस्से हैं। राजपरिवार को जानने -मानने वाले लोगों में श्री सिंहदेव को बड़े सम्मान की नजर से देखा जाता है। सामरी विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में अपनी आहत भावनाओं को प्रकट कर श्री सिंहदेव ने अपने समर्थकों को साफ संकेत दे दिया है कि उन्हें करना क्या है।
पिछले चुनाव में सरगुजा संभाग की सभी 14 सीटें कांग्रेस ने जीत ली थी। इसे श्री सिंहदेव के एकछत्र प्रभाव के रुप में देखा गया। सरकार बनने के बाद राजनीति के नए ध्रुव बनते गए। रामानुजगंज सीट से विधायक बृहस्पति सिंह ने तो जैसे श्री सिंहदेव के खिलाफ मोर्चा ही खोल दिया। उन्होंने सार्वजनिक रूप से श्री सिंहदेव पर उनकी हत्या करा देने के संदेह तक का आरोप मढ़ दिया था। श्री सिंहदेव द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में कही गई बातों को इस घटनाक्रम से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
सरगुजा की ही सीतापुर सीट से विधायक और सरकार में खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के लिए भी संकेत हो सकता है क्योंकि वह भी श्री सिंहदेव के विरोधियों में ही गिने जाते हैं। साफ है कि श्री सिंहदेव इन दोनों का समर्थन नहीं करने वाले। इसका असर चुनावों में इनकी संभावनाओं पर पड़ सकता है।
अभी चुनाव तिथियों का ऐलान नहीं हुआ है और कांग्रेस में जिस तरह भावनाओं का ज्वार-भाटा उठ रहा है वह आगे क्या रूप लेगा, सिर्फ अनुमान ही लगाया जा सकता है। कांग्रेस 6 सितम्बर को प्रत्याशियों की पहली सूची जारी करने वाली है। इसकी घोषणा के बाद तस्वीर कुछ साफ हो सकेगी।