हाथरस। Stampede in Hathras Satsang: हाथरस में एक सत्संग के दौरान भगदड़ मचने से 124 लोग मारे गए। इनमें बड़ी संख्या महिलाओं हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ कल बुधवार को हाथरस जाएंगे। हाथरस पहुंचकर वे मृतकों के परिजनों से मिलेंगे और हादसे में घायल श्रद्धालुओं का हाल जानेंगे। बताया जा रहा है कि सत्संग खत्म होने के बाद बाबा का आशीर्वाद लेने के लिए भगदड़ मच गई। पंडाल में भारी उमस और गर्मी भी भगदड़ की वजह बनी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने आयोजकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं।
Stampede in Hathras Satsang: घटना के बाद से चारों तरफ चीख पुकार मच गई । पुलिस प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा है। यह सत्संग हाथरस के फुलरई मुगलगढ़ी में चल रहा था। साकार नारायण विश्व हरी भोले बाबा का यह सत्संग था।कहा जा रहा है कि प्रवचन ख़त्म करने के बाद बाबा के पैर छूने और आशीर्वाद लेने की वजह से भगदड़ मची।
Stampede in Hathras Satsang: नारायण हरि का कनेक्शन सियासत से भी है। कुछ मौकों पर यूपी कई बड़े नेताओं को उनके मंच पर देखा जा चुका है। इसमें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का नाम भी शामिल है।
Stampede in Hathras Satsang: हाथरस की दुर्घटना पर मुख्यमंत्री ने दुःख जताते हुए जांच के आदेश दिए हैं। मृतकों को 2-2 लाख तथा घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने के निर्देश भी दिए गए हैं। कार्यक्रम आयोजकों के विरुद्ध एफआईआर की जाएगी और बड़ी कार्रवाई की तैयारी है।
कौन हैं नारायण साकार हरि ?
Stampede in Hathras Satsang: सफेद सूट और टाई पहनकर प्रवचन देने वाले भोले बाबा नारायण सरकार हरि मूल रूप से एटा जिले के बहादुर नगरी के रहने वाले हैं ।खुफिया विभाग में सरकारी नौकरी करते थे। 1990 में नौकरी से इस्तीफा दिया । नौकरी छोड़ने के बाद आध्यात्म में रम गए। कोरोना में सत्संग करके चर्चा में आए थे। पत्नी के साथ मंच से प्रवचन करते हैं। सत्संग को मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम’ कहा जाता है।
बनाई गई जांच कमेटी
Stampede in Hathras Satsang: इस हादसे की जांच के लिए एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ की एक कमेटी बनाई गई है। सीएम कार्यालय ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद हाथरस में हुए हादसे में मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उनके समुचित उपचार कराने और मौके पर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में घटना के कारणों की जांच के निर्देश दिए हैं।