रायपुर। छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी को आबंटित सागौन बंगला 20 साल बाद खाली होने जा रहा है। जोगी के पद से हटने के बाद उन्हें शासकीय बंगले का आवंटन किया गया था। उस समय उनके लिए कई शासकीय बंगले सुझाए गए, लेकिन उनके पुत्र अमित जोगी की जिद पर सागौन बंगला आवंटन किया गया। अजीत जोगी के निधन के बाद सागौन बंगले को खाली करने के कई प्रयास हुए लेकिन सागौन बंगला को खाली नहीं कराया जा सका।प्रदेश में अब नई सरकार आने के बाद संपदा विभाग ने एक बार फिर नोटिस जारी कर तत्काल बंगला खाली करने कहा था। इस बीच डॉ. रेणु जोगी ने संपदा संचालक को पत्र लिखकर 2 माह का फिर समय मांगा है। उन्होंने कहा है कि उनका नया बंगला सिविल लाइंस में बन रहा है, वहां का काम पूरा होते ही इसे खाली कर देंगे।सागौन बंगला पीडब्ल्यूडी के जोन कार्यालय के पास कटोरा तालाब में सड़क किनारे स्थित है। बताया जाता है कि सागौन बंगले को शुभ नहीं मानते थे, इसी कारण अफसर और कई मंत्री कभी इस बंगले में नहीं रहना चाहते थे। 2003 में मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी भी इस बंगले से दूर रहना चाहते थे, पर अमित जोगी की जिद पर इस बंगले में शिफ्ट हुए और तब से लेकर अब तक जोगी परिवार यहां पर निवास कर रहा था।