मुख्यमंत्री महतारी न्याय यात्रा में शामिल हुए महापौर व सभापति
बिलासपुर। अत्याचार, मानसिक व शारीरिक प्रताड़ना को सहना भी एक तरह से अपराध है। इसलिए महिलाओं को किसी भी तरह के अत्याचार का खुलकर विरोध करना चाहिए, क्योंकि एक बार प्रताड़ना को सहन कर लिया जाता है तो अपराधी का हौसला और बुलंद हो जाता है।
महापौर रामशरण यादव ने ये बातें मंगलवार को महिला एवं बाल विकास विभाग द्बारा निकाली गई मुख्यमंत्री महतारी न्याय यात्रा को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि जब से भूपेश बघ्ोल ने मुख्यमंत्री पद की बागडोर संभाली है, तब से वे हर वर्ग के उत्थान के लिए काम कर रहे हैं। किसान हो या युवा बेरोजगार, कांग्रेस सरकार में हर वर्ग की उन्नति हो रही है। महिलाओं की सुरक्षा और उन्हें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए मुख्यमंत्री श्री बघ्ोल ने हरेली त्योहार के दिन से दुर्ग जिले में मुख्यमंत्री महतारी न्याय यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। राज्य महिला आयोग की पहल पर यह यात्रा संचालित की जा रही है। मेयर श्री यादव ने मितानिनों व महिलाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि किसी भी महिला के साथ कोई घटना या दुर्घटना घट जाती है तो सभी एक साथ मिलकर उसका विरोध करें। बिना देर किए थाने में ऐसी घटनाओं की शिकायत करें, ताकि अपराधी को सबक मिल सके। इस अवसर पर सभापति श्ोख नजीरुद्दीन, एमआईसी सदस्य राजेश शुक्ला, पार्षद सुनीता मानिकपुरी, कमल जैन आदि मौजूद रहे।

महिलाएं दे सकती हैं अपनी शिकायतें
प्रदेश के हर जिले में महतारी न्याय रथयात्रा निकाली जा रही है, जो शहर से लेकर गांवों में भ्रमण कर रही है। हर रथ में दो वकील रहते हैं, जो महिलाओं की शिकायतों को सुनते हुए उन्हें अधिकारों की जानकारी और सलाह दे रहे हैं। महिलाएं भी इन रथों के माध्यम से महिला आयोग को अपनी शिकायतों के समाधान के लिए आवेदन जमा कर सकती हैं। रथ में एक बड़ी एलईडी स्क्रीन है, जिस पर छत्तीसगढ़ी और हिदी भाषाओं में राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत शैक्षिक लघु फिल्में दिखाई जा रही हैं। राज्य सरकार ने इस आयोजन के लिए जिला खनिज कोष (डीएमएफ) नीति में विशेष बदलाव किए हैं। जिले को मिलने वाली डीएमएफ राशि का उपयोग इन रथों के संचालन के लिए किया जा रहा है।

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