विक्रम सिंह ठाकुर

बिलासपुर। कोटा थाना क्षेत्र के नेवरा गांव में दो दर्जन मवेशियों की दम घुटने से मौत हो गई । इन मवेशियों के शव गांव के खण्डहर हो चुके एक पंप हाउस मिले हैं। इस घटना को लेकर रात में ही गांव में हंगामे की स्थिति निर्मित हो गई। शवों से बदबू फैलने पर गांव के लोगों ने कोटा थाने में सूचना दी। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

मिली जानकारी के अनुसार बीती रात पंप हाउस से बदबू आने पर आसपास के लोगों ने  छानबीन की तो वहां दो दर्जन मवेशी मृत पाए गए। यह बदबू शवों के सड़ने की थी। लोगों ने इसकी सूचना फौरन पुलिस को दी। पुलिस ने मौका मुआयना के बाद शवों को जेसीबी से बाहर निकलवा कर दफनाने के लिए भेज दिया। मवेशियों की मौतों को छोटे से पंप हाउस में बंद करने कारण दम घुटने से होना बताया जा रहा है। पुलिस ने पंप हाउस में मवेशियों को बंद करने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

 नेवरा गांव कोटा रोड पर सकरी परसदा गांव से लगा हुआ है, जहां 25 सितंबर को राहुल गांधी का कार्यक्रम हुआ था। इस घटना को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस के लोग मवेशियों की मौत को राजनीतिक साज़िश के रूप में देख रहे हैं। उनका कहना है कि राहुल गांधी के कार्यक्रम के दौरान मवेशियों की मौत पर सरकार को कठघरे में खड़ा करने की यह सुनियोजित साजिश हो सकती है। इधर  भाजपा के लोगों ने मवेशियों की मौत के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।

 भाजपा नेताओं ने कहा कि सरकारी गौठानों में पशु सुरक्षित नहीं हैं। चारे-पानी तक का प्रबंध नहीं है। पशु भटकते रहते हैं। संभवतः इन मवेशियों से फसलों को बचाने के लिए लोगों ने उन्हें तंग पंप हाउस में बंद कर दिया होगा, जहां दम घुटने से उनकी मौत हो गई। दोनों ही पार्टियों के लोगों ने इस घटना के दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

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