रानी अटारी विजय वेस्ट की कोयला वाहनों से सड़क जर्जर, मूलभूत सुविधाएं भी नहीं
कोरबा। एसईसीएल की रानी अटारी विजय वेस्ट भूमिगत खदान परियोजना के प्रबंधन और शीर्ष अधिकारियों की अनदेखी से नाराज ग्रामवासियों ने पूर्व घोषणा अनुसार कोयला परिवहन बाधित करने के साथ ही उत्पादन भी ठप्प कराया। लगभग 11 घंटे तक चले चक्काजाम व गेटबंदी को लिखित आश्वासन के बाद प्रबंधन व उपस्थित प्रशासनिक अधिकारी खत्म करा सके।
रानी अटारी विजय वेस्ट खदान में रोड सेल व साईडिंग के ट्रकों के दिन-रात चलने से रानी-अटारी से कोरबी के मध्य 22 किलोमीटर की सड़क काफी जर्जर हो चुकी है। बड़े-बड़े गड्ढों और उड़ते धूल के कारण पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। पिछले तीन वर्षों से यह सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है और प्रशासन को पत्र लिखकर धरना-प्रदर्शन के माध्यम से भी अवगत कराया जा चुका है। हर बार झूठा आश्वासन देकर आंदोलन को स्थगित कराने के बाद ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। क्षेत्र के जनपद सदस्य दीपक कुमार उदय के द्वारा 11 जनवरी को पोड़ी-उपरोड़ा एसडीएम को पत्र लिखकर 20 जनवरी से अनिश्चितकालीन गेट बंद कर कोयला परिवहन एवं उत्पादन बंद कराने की चेतावनी दी गई थी।
सड़क निर्माण सहित रोजगार, पेयजल, स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग कर आज सुबह 8 बजे से ग्राम सरमा चौक में ग्रामीणों ने आंदोलन शुरू किया। विजय वेस्ट तथा रानी अटारी के मुख्य गेट पर ताला लगाकर ग्रामीण यहां भी प्रदर्शन शुरू किए। रानी अटारी मुख्य मार्ग सरमा चौक में प्रदर्शन के कारण वाहनों की आवाजाही पूरी तरह थम गई और भारी वाहनों की लंबी कतार लग गई। सूचना के बाद यहां पोड़ी-उपरोड़ा एसडीएम तथा पुलिस के अधिकारी व पसान थाना प्रभारी पहुंचे, इनके द्वारा अपने स्तर पर समझाईश देने का प्रयास किया गया किन्तु सड़क निर्माण से कम पर ग्रामीण मानने को तैयार नहीं थे।
एक अप्रैल से कार्य प्रारंभ कराने का आश्वासन
प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की उपस्थिति में एसईसीएल प्रबंधन की ओर से स्टॉफ ऑफिसर सिविल चिरमिरी क्षेत्र, मुख्य प्रबंधक सिविल रानी अटारी उपक्षेत्र तथा सब एरिया मैनेजर रानी अटारी ने लिखित में बताया कि कोरबी-रानीअटारी मार्ग के मरम्मत कार्य की निविदा एसईसीएल मुख्यालय बिलासपुर से आबंटित कर दी गई है। 11 फरवरी को निविदा खुलेगी और उसके उपरांत विभिन्न प्रक्रियाओं को मार्च अंत तक पूर्ण कर एक अप्रैल से मरम्मत/नवीनीकरण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। इस बीच सड़क को आवागमन हेतु बनाए रखने के लिए गड्ढों को भरने व सड़क पर नियमित पानी छिड़काव का कार्य कराया जाएगा।