बिलासपुर। पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर बद्री नारायण मीणा द्वारा बिलासपुर रेंज अंतर्गत जिलों के आपराधिक प्रकरणों में न्यायालयों से हुई दोषमुक्ति प्रकरणों की समीक्षा हेतु जिलों के अभियोजन अधिकारियों की उपस्थिति में रेंज कार्यालय बिलासपुर में समीक्षा बैठक ली गई। इस बैठक में माह अक्टूबर’2022 तक की स्थिति में कुल 558 दोषमुक्ति प्रकरणों की समीक्षा की गई। बैठक में आरोपियों के दोषमुक्त होने के संबंध में अभियोजन एवं विवेचना में खामियों के संबंध में चर्चाएं हुई। पुलिस महानिरीक्षक द्वारा न्यायालयों से पारित दोषमुक्त निर्णय के प्रकरणों की समीक्षा करते हुए आरोपी के दोषमुक्त होने के कारणों एवं विवेचना में पाई खामियों को चिन्हांकित करते हुए विवेचना के स्तर पर सुधार हेतु अभियोजन स्तर पर आवश्यक कार्यवाही किये जाने तथा त्रुटिकर्ता की जिम्मेदारी निर्धारित कर दोषियों के विरूद्ध त्वरित अनुशासनात्मक कार्यवाही किये जाने पर बल दिया गया।
चिन्हित अपराध योजना के तहत अधिक-से-अधिक गंभीर अपराधों को चिन्हांकित कर ऐसे प्रकरणों की विवेचना स्तर से ही समीक्षा प्रारंभ कर दोषसिद्धि के लक्ष्य के लिये सभी अभियोजन अधिकारियों को निर्देशित किया गया। साथ ही जिन प्रकरणों में प्रार्थी/गवाहों एवं पीडि़तों के पक्षद्रोही होने के कारण प्रकरण दोषमुक्त हो रहे हैं, उन प्रकरणों में पक्षद्रोही गवाहों के विरूद्ध भी कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
समीक्षा बैठक में संयुक्त संचालक अभियोजन श्रीमती मंगला मिश्रा, उप संचालक अभियोजन जॉंजगीर-चाम्पा माखनलाल पाण्डेय, उप संचालक अभियोजन बिलासपुर श्याम लाल पटेल, उप संचालक अभियोजन कोरबा ए.बी. गुरू, प्रभारी उप संचालक अभियोजन मुंगेली जी.एन.खाण्डेकर, जिला अभियोजन अधिकारी रायगढ़ श्री वेदप्रकाश पटेल, सहायक अभियोजन अधिकारी कोरबा श्री यादराम जायसवाल, सहायक अभियोजन अधिकारी सक्ती श्री अरविंद जायसवाल, अभियोजन अधिकारी संजीव राम सहित रेंज कार्यालय में पदस्थ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती दीपमाला कश्यप उपस्थित रहीं