पति शिवभजन भी टिकट की दौड़ में, जिला कांग्रेस के हैं उपाध्यक्ष

अजय गुप्ता , सूरजपुर (fourthline)। जिले की प्रतापपुर विधानसभा सीट से भाजपा ने महिला प्रत्याशी मैदान में उतारा है। अगर कांग्रेस ने भी महिला प्रत्याशी पर ही दांव लगाना चाहा तो वह जिला पंचायत की अध्यक्ष राजकुमारी सिंह मरावी को मैदान में उतार सकती है।हालांकि उनके पति शिवभजन सिंह मरावी भी यहां से दावेदार हैं,जो जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष हैं। यह सीट पूर्व मंत्री डा. प्रेमसाय सिंह टेकाम की सीट है। महिला आरक्षण बिल पास होने के बाद पार्टियों पर महिलाओं को अवसर देने का दबाव भी है।

अजजा वर्ग के लिए सुरक्षित प्रतापपुर सीट से टिकट के दावेदारों की कमी नहीं है। भाजपा ने 21  प्रत्याशियों  की पहली ही सूची में इस सीट से प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। भाजपा ने शकुन्तला पोर्ते को यहां से प्रत्याशी बनाया है,वह पेशे से वकील हैं। कांग्रेस ने अभी प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। भाजपा की महिला प्रत्याशी से मुकाबले के लिए कांग्रेस भी यहां महिला प्रत्याशी पर दांव लगा सकती है । जिला पंचायत की अध्यक्ष राजकुमारी सिंह मरावी का नाम  संभावित प्रत्याशियों की लिस्ट में शामिल है। महिला आरक्षण बिल की भी चुनावों में चर्चा हो रही है। महिलाओं के प्रति पार्टियों के नज़रिए को परखा जा रहा है कि कौन सी पार्टी महिलाओं को कितना अवसर देने जा रही है। इससे भी राजकुमारी को अवसर मिलने की संभावना को बल मिल रहा है।जिला पंचायत अध्यक्ष राजकुमारी  ने अपने कार्यकाल में इस क्षेत्र में  बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने की भरसक कोशिश की है। उनके इस काम में उनके पति का भी भरपूर साथ मिला है। गांवों में बिजली, पानी और सड़क जैसी सुविधाओं का विस्तार होने  से लोगों को  राहत मिली है।

दूसरी ओर उनके पति शिवभजन सिंह मरावी भी दावेदारों में शामिल हैं। वह जिला कांग्रेस के उपाध्यक्ष भी हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष के प्रतिनिधि के रूप में उनकी सक्रियता बनी रहती है। क्षेत्रीय हित के मुद्दों पर वह लगातार काम करते रहे हैं। समाज सेवा में रूचि की बदौलत वह क्षेत्र में समाजसेवी के रूप भी पहचाने जाते हैं। सड़क दुर्घटनाओं में घायल हुए करीब पांच सौ लोगों को अस्पताल पहुंचाने में मदद कर चुके हैं। हाथी प्रभावित क्षेत्र होने के कारण हाथियों से लोगों की सुरक्षा के लिए हुए आंदोलनों में मरावी दंपती की भूमिका लोगों का ध्यान खींचती रही है। तमोर पिंगला अभ्यारण में रेस्क्यू केंद्र के निर्माण को इन आंदोलनों से जोड़कर देखा जाता है।प्रतापपुर विधानसभा सीट राजनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण  सीट है। जाहिर है राजनेताओं की सक्रियता यहां बनी रहती है। विधानसभा चुनाव के लिए यहां से टिकट के लिए कांग्रेस में दावेदारों की लंबी सूची है।जिला पंचायत अध्यक्ष राजकुमारी सिंह मरावी और उनके पति शिवभजन सिंह मरावी, दोनों चेहरे अपनी कार्यशैली से क्षेत्र में खासा दखल रखते हैं। पार्टी इन पर दांव लगा सकती है।जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में राजकुमारी मरावी के कार्यकाल में प्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र में गांव-गांव में जहां सोलर पंप स्थापित कराए गए वहीं नल जल योजना के तहत घर-घर में पानी पहुंचाने का काम तेजी से पूरा करने की कोशिश की गई।लो वोल्टेज की समस्या से अधिकतर गांवों को निजात मिली और पहुंच विहीन क्षेत्रों को सड़कों से जोड़ा गया। सिंचाई सुविधा के विस्तार के लिए प्रतापपुर क्षेत्र में करीब 40 लघु सिंचाई तालाबों का निर्माण कराया गया। इस सीट से दोनों अपने काम के आधार पर अपनी दावेदारी पेश की है। पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं का भी इन्हें अच्छा समर्थन मिला है बहरहाल,कांग्रेस प्रत्याशियों की सूची का सभी को इंतजार है।

प्रतापपुर हाईप्रोफाइल सीट

पिछले चुनाव में इस सीट से जीते डा. प्रेमसाय सिंह टेकाम मौजूदा कांग्रेस सरकार में मंत्री थे। इसी सीट से जीतकर भाजपा के रामसेवक पैकरा राज्य के गृहमंत्री बने थे। इस सीट पर दिग्गजों की नजर हमेशा रही है। पूर्व गृहमंत्री रामविचार नेताम इस सीट से चुनाव लड़ने के इच्छुक थे, लेकिन जीत की संभावनाओं की दृष्टि से भाजपा ने उन्हें उनके पुराने निर्वाचन क्षेत्र रामानुजगंज से ही चुनाव मैदान में उतारा है।

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