बिलासपुर । रिहायशी इलाके से शराब दुकान हटाने के लिए अपनी चिता बनाकर लेटे गांधीवादी संजय आयल सिंघानी पर आज कुछ असामाजिक तत्वों ने हड़ताल तोड़ने के लिए हमला किया ।इनमें से एक आरोपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हमलावरों में शामिल अन्य की की तलाश की जा रही है ।
गांधीजी की वेशभूषा में आमरण अनशन करने वाले संजय ने प्रशासन को कल 2 दिसंबर तक का समय दिया है मोहल्ले और स्कूल के पास से शराब दुकान हटाने के लिए उनके संघर्ष में बहुत सी महिलाएं भी शामिल हो गई हैं। साथ ही आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ता समर्थन में आगे आए हैं।

सरकंडा क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 63 65 अरविंद नगर बंधवापारा में यह शराब दुकान पिछले 10 वर्षों से संचालित है। जिस जगह देसी शराब की दुकान है वहां से 50 मीटर के दायरे में तीन स्कूल हैं और पूरा रिहायशी क्षेत्र हैं ।शराब दुकान के कारण चौक में चखना के ठेले लग जाते हैं और शराबी और शरारती तत्वों की भीड़ जुटी रहती है ।इस वजह से यहां आए दिन अपराध हो रहे हैं और महिलाओं के साथ छेड़खानी की घटनाएं बढ़ रही हैं । यहां के रहवासियों ने बताया कि पिछले सप्ताह वार्ड के लोगों ने इस ठेके को हटाने की मांग कलेक्टर के जनदर्शन में की थी । उन्हें बताया गया था कि आबकारी विभाग के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत के कारण यहां यह सब चल रहा है। इधर आबकारी विभाग का कहना है कि जगह ना होने के कारण अभी तुरंत दुकान नहीं हटाई जा सकती। उधर ड्रीमलैंड स्कूल के प्राचार्य को 2012 में दिए गए पत्र का जवाब अभी इस साल मिला है । इसमें कहा गया है कि वहां की शराब दुकान से किसी को कोई शिकायत नहीं है ।

उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व संजय शराबबंदी के लिए नेहरू चौक में 163 दिन तक धरने पर बैठे थे उन्होंने दिल्ली तक पदयात्रा भी की थी और राहुल गांधी से मिलने के लिए गए थे पर मुलाकात नहीं होने पर उन्होंने इंडिया गेट पर भी धरना दिया था।

महिलाएं भी समर्थन में, पुलिस दे सुरक्षा – डा.उज्ज्वला
आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष डॉ उज्ज्वला कराडे ने बताया कि रात को यहां कोई सुरक्षा नहीं होती। शाम को 7:00 बजे के बाद शासन की तरफ से आए हुए स्वास्थ्य कर्मी और सुरक्षाकर्मी दोनों चले जाते हैं और महिलाएं और संजय अकेले रह जाते हैं । महिलाओं को रात में रुकना पड़ रहा है और सरकार ध्यान नहीं दे रही है ।उन्होंने कहां की रात में भी सुरक्षाकर्मियों की व्यवस्था होनी चाहिए ।उन्होंने कहा कि आज हुए हमले के बाद आंदोलनकारियों की चिंता और बढ़ गई है। हम रात में पुलिस सुरक्षा की मांग कर रहे हैं ताकि और कोई असामाजिक तत्व उन्हें हानि ना पहुंचा पाए।

Previous articleकोरबा की युवती की हत्या का आरोपी ट्रेन से गिरफ्तार, कोलकाता भागने की फिराक में था
Next articleराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का डीजीपी को नोटिस, थाने में पिता की पिटाई से दुखी बेटे के ट्रेन के सामने कूदकर जान दे देने के मामले में मांगी रिपोर्ट

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here