बिलासपुर । शहर से लगे तुरकाडीह में गुरू घासीदास जयंती समारोह में सतनाम पंथ के गुरू एवं सरकार में मंत्री गुरू रूद्र कुमार को आरक्षण समर्थकों के जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा। समर्थकों ने काले झंडे दिखाए और मुर्दाबाद नारा लगाया।इस विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस को उन्हें अपनी सुरक्षा में लेना पड़ा और प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
पहली बार देखने में आया जब अपने ही समाज के कार्यक्रम में सामाजिक गुरू रूद्र कुमार को विरोध का सामना करना पड़ा। प्रदर्शनकारी अनुसूचित जाति के लिए 16 प्रतिशत आरक्षण लागू करने की मांग कर रहे थे।ऐसा ही विरोध प्रदर्शन 18 दिसंबर को मुंगेली जिले के लालपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कार्यक्रम के दौरान भी हुआ था।
आरक्षण का मुद्दा छत्तीसगढ़ में गर्माता जा रहा है। सरकार ने 2 दिसंबर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर जो आरक्षण संशोधन विधेयक पास किया है अभी तक उसे राज्यपाल की मंजूरी नहीं मिली है।इस बीच आरक्षण समर्थकों का विरोध प्रदर्शन बढ़ता जा रहा है। विधेयक में सरकार ने अजजा वर्ग के लिए 32 प्रतिशत, अजा के लिए 13 प्रतिशत और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण लागू करने प्रस्ताव किया है। इन प्रस्तावों से राज्य में आरक्षण बढ़कर 76 प्रतिशत हो जाएगा।
इससे पहले राज्य में 58 प्रतिशत आरक्षण था। वर्ष 2012 में तत्कालीन भाजपा सरकार ने आरक्षण व्यवस्था मे बदलाव करते हुए जातियों की आबादी के अनुसार अजजा का आरक्षण 20 से बढ़ाकर 32 प्रतिशत, अजा का आरक्षण 14 प्रतिशत से घटाकर 12 प्रतिशत कर दिया था। इस तरह कुल जातीय आरक्षण 58 प्रतिशत हो गया था ,जिसे विभिन्न संगठनों ने हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। पिछले महीने ही हाईकोर्ट ने 2012 की आरक्षण व्यवस्था को यह कहते हुए रद्द कर दिया था कि 50 प्रतिशत से अधिक आरक्षण असंवैधानिक है। हाईकोर्ट के इस फैसले के बाद से छत्तीसगढ़ में आरक्षण का मामला गरमाया हुआ है।
इस बीच आरक्षण समर्थकों का विरोध प्रदर्शन तेज होता जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री बघेल के कार्यक्रम में विरोध प्रदर्शन के बाद अजा वर्ग के समर्थकों ने अपने ही सामाजिक गुरू रुद्र कुमार को काले झंडे दिखाए हैं और मुर्दाबाद का नारा लगाया है।
छत्तीसगढ़ में अगले साल चुनाव होने वाले हैं और सतनामी समाज की आरक्षण के मुद्दे पर जैसी प्रतिक्रिया आ रही है उसे देखकर अनुमान लगाया जा सकता है कि इस चुनाव में आरक्षण एक बड़ा मुद्दा बनने जा रहा है।