• अजय गुप्ता, बिलासपुर। IPS Bhavana Gupta: प्रशासनिक कर्तव्य के साथ व्यक्तिगत उत्कृष्टता साबित कर कोई व्यक्ति समाज के लिए प्रेरणा बन जाता है। भारतीय पुलिस सेवा की अधिकारी और सम्प्रति गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले की पुलिस अधीक्षक आईपीएस भावना गुप्ता ने अपने इसी बहुआयामी व्यक्तित्व का परिचय दिया है। उन्होंने केरल के कोच्चि में ऑल इंडिया पुलिस बैडमिंटन एवं टेबल टेनिस चैंपियनशिप 2025 में दो स्वर्ण, तीन रजत और एक कांस्य पदक जीतकर छत्तीसगढ़ और विभाग का नाम पूरे देश में रोशन किया है।
IPS Bhavana Gupta: भावना गुप्ता ने टेबल टेनिस के महिला सिंगल्स में स्वर्ण पदक जीता। इसके अलावा केरल कैडर के 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी के साथ मिक्स्ड डबल्स में रजत पदक प्राप्त किया। बैडमिंटन में उनका प्रदर्शन और भी प्रभावशाली रहा। डीएसपी प्रोबेशनर आकार्षी कश्यप के साथ महिला डबल्स में स्वर्ण पदक, महिला सिंगल्स में रजत, मिजोरम के खिलाड़ी के साथ मिक्स्ड डबल्स में रजत, और टीम चैंपियनशिप में आकार्षी और अंजली के साथ कांस्य पदक उनके खाते में आया। इस शानदार प्रदर्शन के चलते छत्तीसगढ़ पुलिस टीम को कुल 11 पदकों के साथ तीसरा स्थान मिला, जो अब तक का श्रेष्ठ प्रदर्शन है। आईपीएस भावना गुप्ता की यह उपलब्धि केवल खेल जगत की नहीं है, बल्कि यह उनकी जीवनशैली, अनुशासन और नेतृत्व के मूल्यों का प्रतिबिंब भी है।
IPS Bhavana Gupta: बचपन से ही उनकी खेलों में रुचि रही। स्कूल, जिला व राज्य स्तर पर टेबल टेनिस, कॉलेज में इंटर- आईआईटी टेबल टेनिस व बास्केटबॉल, पुलिस सेवा में आने के बाद पिछले 10 वर्षों से बैडमिंटन प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेती आ रही हैं। उनका मानना है कि खेल ने ही उन्हें टीमवर्क, आत्मविश्वास, हार में भी सीखने की कला और दबाव में सर्वश्रेष्ठ देने का कौशल सिखाया , जो प्रशासनिक जीवन की उनकी सबसे बड़ी पूंजी है। प्रशासनिक क्षेत्र में भी उनका कार्य उल्लेखनीय और समाजोन्मुखी रहा है।
IPS Bhavana Gupta: सूरजपुर, अंबिकापुर जैसे जिलों में एसपी पदस्थ रहते हुए उन्होंने महिला सुरक्षा, सामुदायिक पुलिसिंग, साइबर अपराध के प्रति जागरूकता, और बच्चों-युवाओं को शिक्षा व खेल से जोड़ने के लिए कई नवाचार किए हैं। वे स्कूलों और गांवों में जाकर बच्चों व ग्रामीणों से संवाद करती हैं, जिससे पुलिस की छवि एक सहभागी, संवेदनशील और सुलभ बनी है। उनकी इस उल्लेखनीय सफलता के पीछे छत्तीसगढ़ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों, विशेषकर एडीजी विवेकानंद सिन्हा के नेतृत्व और प्रोत्साहन रहा है, जिन्होंने राज्य के खिलाड़ियों को श्रेष्ठ प्रशिक्षण और मंच उपलब्ध कराया।
IPS Bhavana Gupta: आईपीएस भावना गुप्ता की यह उपलब्धि सिर्फ व्यक्तिगत नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ पुलिस की गरिमा और राज्य के युवा अधिकारियों के लिए एक प्रेरणा है, जो बताती है कि कर्तव्यनिष्ठा,अनुशासन और जुनून के साथ कोई भी व्यक्ति प्रशासन और खेल दोनों में सफलता अर्जित कर सकता है। आईपीएस भावना गुप्ता के पति आईएएस राहुल देव मुंगेली जिले के कलेक्टर हैं। ये प्रशासनिक अधिकारी दंपती जनसेवा, प्रशासनिक दक्षता और सामाजिक समर्पण के साथ छत्तीसगढ़ में अपनी सेवाओं से छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ा रहे हैं।

