मॉस्को। Earthquake in Russia: रूस के सुदूर पूर्वी कामचटका प्रायद्वीप में बुधवार सुबह 8.8 तीव्रता का भीषण भूकंप आया, जिसे 1952 के बाद का सबसे शक्तिशाली भूकंप माना जा रहा है। यह भूकंप समुद्र तल से मात्र 19.3 किमी की गहराई पर केंद्रित था, जिसके कारण रूस, जापान, अमेरिका (हवाई, अलास्का, कैलिफोर्निया), और अन्य प्रशांत देशों में सुनामी अलर्ट जारी किए गए हैं।
Earthquake in Russia: भूकंप के तुरंत बाद उठी समुद्री लहरों ने रूस के सेवेरो-कुरील्स्क बंदरगाह शहर को अपनी चपेट में ले लिया, जहां 3-4 मीटर ऊंची लहरों ने इमारतों को नुकसान पहुंचाया और बाढ़ का कारण बना। रूस में करीब 2,700 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। जापान में सुनामी की पहली लहरें होक्काइडो के नेमुरो तट पर 30 से 60 सेंटीमीटर ऊंचाई के साथ पहुंचीं। जापान की मौसम एजेंसी ने चेतावनी दी है कि 3 मीटर तक ऊंची लहरें तटों को प्रभावित कर सकती हैं, जिसके चलते 19 लाख लोगों को 21 प्रांतों में ऊंचे स्थानों पर जाने के निर्देश दिए गए। फुकुशिमा न्यूक्लियर प्लांट, जो 2011 की सुनामी में तबाह हुआ था, को एहतियातन खाली कराया गया।
Earthquake in Russia: अमेरिका में अलास्का के तटों पर 1 फीट ऊंची लहरें दर्ज की गईं, जबकि हवाई में 1.5 मीटर तक की लहरें टकराने की आशंका है। उत्तरी कैलिफोर्निया, ओरेगन और वाशिंगटन में सुनामी चेतावनी और सलाह जारी की गई है। हवाई के गवर्नर जोश ग्रीन ने लोगों से समुद्र तटों और बंदरगाहों से दूर रहने की अपील की। 2011 में जापान के 9.1 तीव्रता के भूकंप से हवाई में भारी नुकसान हुआ था, जिसकी यादें अब भी ताजा हैं।
Earthquake in Russia: चीन के शंघाई और झेजियांग में 0.3 से 1 मीटर ऊंची लहरों की चेतावनी जारी की गई है, जो तूफान ‘कोमाय’ के साथ और खतरनाक हो सकती हैं। भारत के मौसम विभाग ने कहा कि भारत पर फिलहाल कोई खतरा नहीं है, लेकिन स्थिति पर नजर रखी जा रही है।

