बिलासपुर । छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था की स्थिति पर सरकार के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने बड़ी बात कही है । उन्होंने कहा बिलासपुर में गोली मारकर हत्या की घटना बड़ी घटना है। अकस्मात हुई घटना रोकी नहीं जा सकती , लेकिन संजू त्रिपाठी की हत्या पुलिस रोक सकती थी ।
यहां पत्रकारों के सवालों पर श्री सिंहदेव ने कहा कि प्रदेश में अपराध का होना चिंताजनक है। आकस्मिक रूप से होने वाली आपराधिक घटनाओं को तो रोका नहीं जा सकता ,लेकिन कुछ घटनाएं ऐसी भी होती है , जिन्हें पूर्व सूचना के आधार पर रोका जा सकता है। बिलासपुर में हुई संजू त्रिपाठी की हत्या को रोका जा सकता था। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसी जानकारी मिल रही है कि परिवार के बीच तनाव था और कुछ घटनाएं भी हुई थीं। घटनाओं से संबंधित मामले की जानकारी पुलिस तक पहुंची भी थी, लेकिन पुलिस ने अपना काम ठीक से नही किया। यदि किया होता तो हत्या की वारदात तो नहीं ही होती। श्री सिंहदेव ने कहा कि सूचना तंत्र के मामले में बिलासपुर पुलिस की कमजोरी हत्या की इस वारदात से जाहिर होती है।
दो दिनों पहले संजू त्रिपाठी उर्फ प्राणनाथ त्रिपाठी (,48) की शाम 4.30 बजे के करीब कार घर लौटते वक्त अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसकी कार की नंबर प्लेट पर महामंत्री जिला कांग्रेस कमेटी होने कि उल्लेख था। वारदात के बाद ख़बर फैल गई थी कि कांग्रेस नेता की हत्या हो गई। इस खबर के बाद पुलिस ने स्पष्ट किया कि वह कांग्रेस का नेता नहीं था। वह पुलिस रिकॉर्ड में एक हिस्ट्रीशीटर था , जिसके खिलाफ 27 आपराधिक मामले दर्ज थे। कांग्रेस नेताओं ने भी उसके कांग्रेस पदाधिकारी होने से इन्कार कर दिया था। अब हत्या के इसी मामले में सरकार के स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए ।