हम एमएसपी से संतुष्ट नहीं, 20 मार्च को दिल्ली में ट्रैक्टर रैली की तैयारी
कोयले के लिए जंगलों का विनाश दुखद, हसदेव को बचाने का आंदोलन चलते रहना चाहिए
बिलासपुर (Fourthline)। जंगल बचाने की मुहिम चलते रहनी चाहिए। कोयले के लिए जंगल काटना दुखद है। हसदेव बचाओ आंदोलन जारी रहना चाहिए। किसान नेता राकेश टिकैत ने आज कोन्हेर गार्डन में हसदेव बचाओ आंदोलन की मुहिम में हिस्सा लिया और कहा कि हसदेव के लिए किसान समिति केंद्र और राज्य सरकार से बात करेगी।

श्री टिकैत ने कहा बिजली ज्यादा खर्च नहीं करना चाहिए। वह अभी छत्तीसगढ़ में तीन-चार दिन रहेंगे और हसदेव पर प्रदेश सरकार से भी बात करेंगे। उन्होंने लगातार चिट्टियां लिखने का अभियान चलाने का सुझाव दिया ।उन्होंने कहा क्षेत्र के लोग नहीं चाहते कि जंगल और जमीन कोयले के लिए नष्ट किए जाएं‌, इससे पर्यावरण प्रभावित हो रहा है। जंगल बचाने के लिए मुहिम और तेज करना होगी। दिल्ली के किसान आंदोलन को लेकर उन्होंने कहा अभी तो यह आंदोलन शुरू हुआ है क्योंकि सरकार की नजर अभी किसानों कीजमीनों पर है इसलिए हमारा आंदोलन फिर शुरू होगा । अभी किसान एमएसपी से संतुष्ट नहीं है। कोई भी किसान अपनी जमीन देना नहीं चाहता। 20 मार्च को दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकाली जाएगी

श्री टिकैत ने कहा छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार कई बेहतर कार्य कर रही है । जनसमस्याओं के साथ सरकार इन मुद्दों को भी निपटाए। केंद्र सरकार की ओर से नया कृषि कानून लाया गया था, जिसे लेकर लंबे समय तक प्रदर्शन किया गया। अंततः सरकार को इन कानूनों को वापस लेना पड़ा। हसदेव के जंगल, जमीन और पर्यावरण को बचाने के लिए पिछले 377 दिन से आंदोलन चल रहा है।
श्री टिकैत आज सरगुजा जाएंगे जहां उदयपुर ब्लाक के हरिहरपुर में आयोजित किसान महा सम्मेलन में शामिल होंगे। इससे पहले श्री टिकैत का स्वागत हसदेव अभियान के संयोजक एवं पर्यावरणविद प्रथमेश मिश्रा व पूर्व विधायक चंद्रप्रकाश बाजपेई ने किया। कार्यक्रम में डॉ अजय श्रीवास्तव , सुदीप श्रीवास्तव, असीम तिवारी, डॉ मनीष बुधिया सहित बहुत से कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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