कोरबा/बाँकीमोंगरा। Corpse transport controversy : एसईसीएल के एक दिवंगत कर्मचारी की पत्नी का शव स्थानीय एसईसीएल अस्पताल प्रबंधन द्वारा कचरा ढोने वाली गाड़ी में भेजने के खिलाफ लोगों में भारी नाराजगी है। इसे लेकर नगरपालिका में नेता प्रतिपक्ष मधुसूदन दास के नेतृत्व में लोग नारेबाज़ी करते हुए प्रबंधन को बेशरम के फूलों का गुलदस्ता भेट करने पहुँच गए।
Corpse transport controversy : नगर पालिका परिषद बाँकी मोंगरा क्षेत्र में एसईसीएल अस्पताल प्रबंधन के इस कृत्य की लोगों ने कड़ी निन्दा की और अस्पताल के सीएमएचओ और नगरपालिका के सीएमओ को ज्ञापन सौंपा। इसमें मरीजो के लिये एम्बुलेंस की सुविधा एवं दवा ख़रीदी में कमीशनखोरी बंद करने की माँग की गई है। नेता प्रतिपक्ष मधुसूदन दास ने कहा कि बाँकी मोंगरा क्षेत्र से एसईसीएल ने करोड़ों का राजस्व प्राप्त किया और आज जब खदानें बंद होने लगीं हैं तो अपनी जिम्मेदारियों से पीछे हट रही है। अस्पताल में ना तो प्रशिक्षित कर्मचारी है और न ही दवा, और तो और आपातकाल में मरीज़ को एंबुलेंस तक नहीं मिल रही। कचरा गाड़ी में दिवंगत कर्मचारी की पत्नी का शव भेजे जाने की घटना के लिए माँग की गई कि दोषी कर्मचारियों पर कार्यवाई की जाये एवं इमरजेंसी में आमजनों को एम्बुलेंस की सुविधा दी जाये।
Corpse transport controversy : इस अवसर पर पार्षद हेमंत शहानी,संदीप डहरिया,तालिका साहू,बंशी कुमार, प्रदीप अग्रवाल, शब्बीर ख़ान ने कहा कि बाँकी मोंगरा हॉस्पिटल प्रबंधन अपनी मनमानी पर उतारू है। आमजनों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने पर ध्यान न नहीं दिया जा रहा है। इस विरोध प्रदर्शन में प्रमुख रूप से लालू साहू, सागर कुमार, नंदलाल कुमार, संदीप कुमार,ब्लॉक अध्यक्ष प्रमोद करके,उपाध्यक्ष आदिल ख़ान,बबलू मारवा, नानू कर्ष, मनोज साहू, दिगंबर दास, गौतम कुमार, टोनू महाराज, समीर कुमार, आदित्य राठौर, संदीप कुमार, डब्ल्यू साहू, आयुष यादव, अंश कुमार, लक्ष्मी पटेल, सागर कुमार, रोहित राज, साहिल कुर्रे, सबीर अंसारी आदि उपस्थित थे।

