रायपुर/बिलासपुर । हिट एंड रन कानून के विरोध में ट्रक-बस और टैंकर ड्राइवरों की हड़ताल दूसरे दिन मंगलवार को भी जारी है। इस हड़ताल के चलते प्रायः पेट्रोल पंप ड्राई हो गए और डीजल-पेट्रोल की कालाबाजारी शुरू हो गई है। बोतलों में पेट्रोल बेचने वाले दोसौ रुपए तक कीमत वसूल रहे हैं। आवक प्रभावित होने से सब्जियों के भाव भी दोगुने हो गए हैं।
शहरू में डीजल-पेट्रोल कल शाम तक पेट्रोल पंपों में उपलब्ध था, लेकिन देर शाम तक किल्लत शुरू हो गई। जिला प्रशासन ने इस किल्लत को देखते हुए पेट्रोल पंप संचालकों को रिजर्व कोटा सुरक्षित रखने के निर्देश जारी करने दिए हैं। रिजर्व कोटे का डीजल-पेट्रोल सरकारी गाड़ियों, एम्बुलेंस तथा अन्य आवश्यक सेवाओं के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। कई स्कूलों ने बच्चों को लाने – पहुंचाने के लिए चलने वाले वाहन बंद कर दिए हैं और अभिभावकों को डीजल-पेट्रोल की उपलब्धता सामान्य होने तक बच्चों को खुद स्कूल छोड़ने और ले जाने के लिए कह दिया है।
ड्राइवरों की हड़ताल का असर आम जरूरत की चीजों पर भी पड़ा है। बाजार में सब्जियों की आवक प्रभावित होने से सब्जियों के भाव दोगुने हो गए है। आलू -प्याज को छोड़कर बाकी सभी सब्जियों के भाव बढ़ गए हैं। 40 रूपए किलो की मटर 80 रूपए किलो बिक रही है। इसी तरह बाकी हरी सब्जियां भी महंगी हो गई हैं।
बसें नहीं चलने से यात्री परेशान
बस ड्राइवरों की हड़ताल ने यात्रियों की भी परेशानी बढ़ा दी है। कल से ही बस ड्राइवर हड़ताल पर चले गए हैं। बस अड्डों पर कल से ही सन्नाटा पसरा हुआ है। यात्रा पर निकलने के लिए यात्री निजी अथवा किराए के वाहनों का उपयोग कर रहे हैं। ट्रेनों में भीड़ बढ़ गई है। टैंकर ड्राइवरों ने तीन दिन की हड़ताल की सूचना पहले दी थी। इसके बाद बस ड्राइवर भी इसमें शामिल हो गए। अभी तक इस हड़ताल से निपटने की सरकार की कोई योजना सामने नहीं आई है। प्रशासन स्तर पर हड़ताली ड्राइवरों को समझाने-बुझाने की कोशिश चल रही है। यह हड़ताल एक-दो दिन भी आगे बढ़ती है तो बड़ी विकट स्थिति पैदा हो सकती है।

