बिलासपुर । बिलासपुर रेलवे डिवीजन के दो चेकिंग स्टॉफ एस.दासगुप्ता डिविजनल सीटीआई एवं सीटीआई प्रभाकर परिडा आज सेवानिवृत्त हो गए। इंडियन रेलवे टिकट चेकिंग स्टॉफ संगठन द्वारा उनके सम्मान में समारोह आयोजित कर दोनों को भावभीनी विदाई दी ।
साउथ विहार एक्सप्रेस में उनके आगमन के पश्चात सैकड़ों टिकट चेकिंग स्टॉफ ने फूल माला और बाजे-गाजे के साथ श्री दासगुप्ता एवं श्री परिडा का स्वागत किया । प्लेटफॉर्म में भी दोनों दिग्गजों का आरपीएफ स्टॉफ , जीआरपी स्टॉफ, बुकिंग स्टॉफ एवं बिलासपुर स्टेशन के सभी स्टॉफ सहित पूर्व में सेवानिवृत्त हो चुके टिकट चेकिंग स्टॉफ ने जोरदार स्वागत किया । इसके पश्चात सीटीआई लाइन स्टॉफ की उपस्थिति में दोनों का सम्मान किया गया एवं उनके रेलवे में अंतिम कार्य दिवस की औपचारिकता पूरी की गई ।
स्टेशन के पश्चात दोनों वरिष्ठ टिकट चेकिंग स्टॉफ का इंडियन टिकट चेकिंग स्टॉफ संगठन बिलासपुर द्वारा विदाई-समारोह रेल-क्लब में आयोजित की गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक विकास कश्यप , सहायक मंडल वाणिज्य प्रबंधक राकेश सिंह एवं एसीएम टिकट चेकिंग श्री भारतीयन, मंडल मुख्य टिकट निरीक्षक हेमचन्द्र निकोसे एवं संगठन के केंद्रीय पदाधिकारी प्रवीण कुमार सिन्हा भी उपस्थित थे।
संगठन के वर्तमान संरक्षक ए के मोहंती, अध्यक्ष तुहीन घोष, सचिव स्वरूप कुमार गुईन, कोषाध्यक्ष नासिर खान , उपाध्यक्ष पी व्ही एस एस साई, एस के नगाइच (शहडोल), एस. आई.अली, राजुदास मानिकपुरी, ऑडिटर पी श्रीनिवास, संगठन सचिव प्रहलाद भोई,सँयुक्त सचिव सतीश मेश्राम, कार्यकारिणी सदस्य शरद कुमार यादव, के वेणु कुमार, सी एल नामदेव, नरेश आदित्य, गोपाल पांडे, भोलू दास, जी साई किरन, संजीव आचार्य, प्रियंका दास, अर्चना साखरे के अलावा समारोह में श्री दासगुप्ता एवं श्री परिडा के परिवारजन एवं मित्रगण भी शामिल हुए ।
समारोह में पूर्व में सेवानिवृत्त हो चुके टिकट चेकिंग स्टॉफ भी बड़ी संख्या में मौजूद थे।इसके अलावा दुर्ग, रायगढ़, कोरबा , चाम्पा, शहडोल, अनूपपुर के टीटीई स्टॉफ भी बड़ी संख्या में उपस्थित रजहखर दोनों को विदाई दी ।।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक ने दोनों के पोस्ट रिटायरमेंट जीवन के स्वस्थ एवं दीर्घायु होने के कामना की और कहा कि यह विराम नही है । आशा है कि आप रिटायरमेंट के बाद भी समाज को कुछ न कुछ प्रदान करते रहेंगे ।यह जानकारी संगठन के कार्यकारिणी सदस्य द्वारिका प्रसाद रजक ने दी।

