हिंदू पंचांग के अनुसार आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर अच्छाई की बुराई पर जीत के प्रतीक के रूप में दशहरा त्योहार जाता है। इसी तिथि पर भगवान राम ने लंका नरेश रावण का वध किया था। दशहरा के त्योहार को कई जगहों पर विजयादशमी भी कहा जाता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार दशहरा का पर्व एक अबूझ मुहूर्त है यानी इसमें बिना मुहूर्त देखे सभी तरह के शुभ कार्य और खरीदारी की जा सकती है। दशहरे पर्व पर शस्त्र पूजा भी की जाती है।
विजयादशमी अबूझ और स्वंय सिद्ध मुहूर्त होने से इस दिन नवीन व्यापार आरंभ, गृह प्रवेश मुहूर्त व नए वाहनों की खरीद आदि खूब होगी। इस दिन सभी कार्य सिद्धिदायक कहे गए हैं।
विजयादशमी पर इस साल चार शुभ योग रवि, कुमार, सुकर्मा और धृति योग का संयोग बन रहा है, जो इस दिन के महत्व को दोगुना करेगा। दशहरे पर जमीन-जायदाद की खरीदारी,सोने के आभूषण, कार,मोटर साइकिल और हर तरह की खरीदारी काे शुभ माना जाता है।
विजयदशमी शुभ मुहूर्त
विजय मुहूर्त – 14:07 से 14:54 तकअवधि- 47 मिनटअपराह्न मुहूर्त 13:20 से 15:41 तक।