अजय गुप्ता, सूरजपुर। Municipal elections: नगर पालिका चुनाव का माहौल अब पूरी तरह से गर्मा चुका है। चुनावी प्रचार-प्रसार जोर पकड़ चुका है और प्रत्याशी अब घर-घर दस्तक दे रहे हैं। इस बार जनता सिर्फ वादों और भाषणों से नहीं, बल्कि ठोस विकास योजनाओं और प्रगतिशील सोच की तलाश में है।
Municipal elections: शहरवासी इस बार “ग्रीन सिटी” के रूप में सूरजपुर की पहचान बनाने और बुनियादी सुविधाओं को सशक्त बनाने की उम्मीद कर रहे हैं। हर वर्ग अपने मुद्दों के समाधान के लिए मुखर है, और प्रत्याशियों से साफ विजन की अपेक्षा की जा रही है।नए बनने वाली नगरी सरकार से जनता की अपेक्षाएं अधिक हैं,और इस बारे में विभिन्न लोगों से राय ली गई, जिससे यह साफ हुआ कि लोग अब शहर के विकास में ठोस कदमों की उम्मीद कर रहे हैं।
Municipal elections: अधिवक्ता संघ के जिलाध्यक्ष गिरजा शंकर मिश्रा ने कहा कि शहर को “ग्रीन सिटी” के रूप में विकसित करने के लिए हरित क्षेत्रों का विस्तार केवल आवश्यक नहीं, बल्कि अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने जोर दिया कि सार्वजनिक उद्यानों, पार्कों और हरे-भरे क्षेत्रों का विकास और संरक्षण इस दिशा में अहम कदम होगा। शहर के भीतर हरियाली बढ़ाने के प्रयास होने चाहिए ऐसी पहल शहर के वातावरण को ताजगी प्रदान करेंगी और नागरिकों को शांतिपूर्ण एवं स्वस्थ जीवन जीने का अवसर मिलेगा।श्री मिश्रा ने नए बनने वाली शहरी सरकार से अपील की कि यातायात व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए मुख्य मार्गों को सुरक्षित और सुगम बनाने के साथ-साथ भैयाथान रोड का चौड़ीकरण सुभाष चौक तक किया जाए। इससे न केवल यातायात सुचारू होगा बल्कि सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों से सूरजपुर न केवल हरियाली में अग्रणी बनेगा, बल्कि आवागमन और समग्र विकास के हर क्षेत्र में एक प्रेरणादायक उदाहरण स्थापित करेगा।
Municipal elections: डॉ. आनंद मोहन त्रिपाठी ने कहा कि शुद्ध पेयजल की आपूर्ति और निर्बाध बिजली व्यवस्था को शहर सरकार की प्राथमिकता में सबसे ऊपर रखा जाना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि स्ट्रीट लाइट्स को न केवल बढ़ाया जाए, बल्कि उन्हें आधुनिक और प्रभावी बनाया जाए, ताकि रात के समय आवागमन सुरक्षित हो सके और शहर अधिक व्यवस्थित व आकर्षक दिखे। साथ ही, शहर की हरियाली को बढ़ाने पर भी जोर दिया जिससे शहर की सुंदरता निखरे। उन्होंने मुख्य मार्गों की यातायात व्यवस्था सुधारने की आवश्यकता भी बताई। डॉ. त्रिपाठी ने प्रत्याशियों से अपेक्षा की कि चुनकर आने के बाद वे इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर ठोस कदम उठाएं, जिससे नागरिकों का जीवन सुगम हो और शहर का समग्र विकास हो सके। इसके अतिरिक्त, सार्वजनिक स्थलों पर शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, फल गुमटी ठेला और छोटे व्यवसायियों को उचित मार्केट प्रदान करने की योजना बनाई जाए, ताकि उन्हें अनावश्यक परेशानियों का सामना न करना पड़े। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि शहर के विकास के लिए एक अलग निगरानी समिति का गठन किया जाए, जो हर पहलू की उचित देखरेख और सुधार सुनिश्चित करे।
Municipal elections: पंडित राजेश दुबे “बबलू महाराज”ने कहा कि नगर सरकार को धार्मिक स्थलों, विशेषकर मंदिरों की व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए। श्रद्धालुओं के लिए साफ-सफाई, पेयजल की व्यवस्था और आरामदायक बैठने की सुविधाएं सुनिश्चित की जानी चाहिए ताकि वे शांति और श्रद्धा के साथ अपनी धार्मिक गतिविधियों में भाग ले सकें। इसके साथ ही मंदिरों के आसपास की साज-सज्जा को भी बेहतर किया जाए, ताकि श्रद्धालुओं को एक सुखद और सुरक्षित माहौल मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि नागरिकों को बुनियादी सुविधाओं और उनकी जरूरतों के लिए अनावश्यक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। चुनाव के इस मौके पर प्रत्याशियों को इन मुद्दों पर जनता को स्पष्ट रूप से बताने की जरूरत है, ताकि लोग सही निर्णय ले सकें।
Municipal elections: अग्रवाल महिला सम्मेलन की प्रदेश संगठन मंत्री ममता अग्रवाल ने कहा कि नए बनने वाली शहर सरकार से महिलाओं के सशक्तिकरण और उनकी सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की उम्मीद है। उन्होंने प्रत्याशियों को सुझाव दिया कि वे अपने एजेंडे में महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण को प्राथमिकता दें। सार्वजनिक स्थानों पर निगरानी कैमरों की स्थापना और सामुदायिक पुलिसिंग को मजबूत करने जैसे प्रावधान जरूरी हैं, ताकि महिलाएं बिना किसी डर के शहर में स्वतंत्र रूप से आवागमन कर सकें। साथ ही, महिलाओं के लिए रोजगार, शिक्षा और उद्यमिता को बढ़ावा देने वाली योजनाएं भी विकसित की जाएं। प्रत्याशियों के विजन में महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा और उनकी प्रगति के लिए निर्णायक नीतियां शामिल होनी चाहिए।
Municipal elections: समाजसेविका सीमा गर्ग ने कहा कि इस बार के नगरीय निकाय चुनाव महिलाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि अध्यक्ष पद महिला के लिए आरक्षित है। इससे महिलाओं को राजनीतिक और सामाजिक सशक्तिकरण का सुनहरा अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि महिला प्रत्याशियों से यह अपेक्षा है कि वे अपने विजन को स्पष्ट करें, महिला प्रत्याशी केवल बुनियादी जरूरतों तक सीमित न रहें, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कौशल विकास और स्वरोजगार के अवसरों को भी प्राथमिकता दें। उन्होंने जोर दिया कि महिलाओं के लिए सुरक्षित और समावेशी शहर के निर्माण की दिशा में प्रत्याशियों को स्पष्ट और प्रभावी कदम उठाने होंगे, ताकि महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकें और समाज में समान अधिकारों और अवसरों का अनुभव कर सकें।
Municipal elections: युवा व्यवसायी कैलाश अग्रवाल ने कहा कि कई वार्डों की गलियां बदहाल स्थिति में हैं, जिनकी मरम्मत अत्यंत आवश्यक है। सड़कों में गड्ढों और टूटी सतह के कारण दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है। उन्होंने कहा कि कई वार्डों में नालियां अवरुद्ध हैं, और सड़कों पर पानी बह रहा है। ऐसे इलाकों के लिए मास्टर प्लान तैयार कर सुनियोजित सुधार की दिशा में कदम उठाने की आवश्यकता है। इसके साथ ही सकरी गलियों को चौड़ीकरण की जरूरत भी है,ताकि यातायात की समस्या हल हो सके। जनता चाहती है कि आने वाली नई शहरी सरकार इस दिशा में पहल करें और इन समस्याओं का शीघ्र समाधान सुनिश्चित किया जाए, ताकि शहर के नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।
Municipal elections: इस बार जनता केवल भाषणों और वादों से बहलने वाली नहीं है। वार्ड और अध्यक्ष पद के प्रत्याशियों से लोग उनके स्पष्ट विजन को जानने का प्रयास कर रहे हैं। जनता प्रत्याशियों से यह उम्मीद कर रही है कि वे केवल वादे नहीं, बल्कि ठोस योजनाएं पेश करें। प्रत्याशियों को यह समझना होगा कि जनता अब पूरी तरह से जागरूक है और वे केवल उन योजनाओं पर ही ध्यान देंगे, जो उनके जीवन को बेहतर बना सकें। इस चुनाव में हर वोट एक निर्णायक कदम साबित होगा, और जनता सोच-समझकर ही अपना निर्णय लेगी।