रायपुर। मोदी सरकार के महिला आरक्षण बिल के दांव के बीच छत्तीसगढ़ की कांग्रेस प्रभारी सैलजा ने कहा है इस बार 20 से ज्यादा महिलाओं को टिकट दिया जायेगा। पिछले चुनाव में 13 महिलाओं को टिकट दिया गया था। इस बयान से कांग्रेस में हलचल तेज हो गई है। पार्टी के अनेक नेताओं को अपनी कुर्सी खतरे में पड़ती दिखाई दे रही है।
सैलजा ने कहा है कि हमारा प्रयास हर संसदीय सीट से दो महिलाएं को टिकट देने का होगा। हमने पिछले चुनाव में भी महिलाओं को अच्छा प्रतिनिधित्व दिया था।कांग्रेस इस बार विधानसभा चुनाव में 20 से ज्यादा महिला प्रत्याशी को मैदान में उतार सकती है। कांग्रेस की बैठक के बाद प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा के बयान के बाद अब पार्टी के भीतर और बाहर चर्चा का दौर शुरू हो गया है।
कांग्रेस पार्टी इस बार ज्यादा संख्या में महिलाओं को टिकट देगी, इस खबर के बाद प्रदेश भर में पार्टी की सक्रिय महिला नेत्रियों के नामों को लेकर चर्चा होने लगी है। अब तक टिकट से नाउम्मीद महिला कांग्रेसियों की सक्रियता भी बढ़ने लगी है। चूंकि कांग्रेस ने केंद्र की भाजपा सरकार की और से लाये गए इस कानून का श्रेय लेते हुए मांग की थी कि इस कानून को अभी से लागू किया जाए, इसलिए माना जा रहा था कि छग-मप्र सहित जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, वहां कांग्रेस पार्टी इस बार महिला प्रत्याशियों को भी तवज्जो देगी। इसी अनुमान के अनुरूप प्रभारी सैलजा ने 20 से ज्यादा महिलाओं को टिकट देने की बात कह दी। ऐसे में पार्टी का परिदृश्य कुछ बदला-बदला नजर आएगा। संभव है कि अब तक पार्टी की ओर से जो सर्वे हुए हैं, अब महिलाओं को टिकट देने के मद्देनजर अलग से कोई सर्वे कराया जाये, क्योंकि स्वाभाविक है कि पार्टी उन्ही महिलाओं को टिकट देगी जिनके जीतने की प्रबल संभावना हो।
प्रत्याशियों की इस माह नहीं
पार्टी सूत्रों के अनुसार अगले महीने के पहले सप्ताह में प्रत्याशियों की लिस्ट जारी हो सकती है। कांग्रेस पार्टी की चुनाव समिति की बैठक 25 को होने वाली है। उसके बाद एक और फाइनल बैठक होगी, जिसके बाद केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी, जिसमें उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की जा सकती है।