■ हृदेश केशरी
बिलासपुर । एक होटल में रात दो बजे हुए गैंगवॉर की घटना ने आबकारी विभाग के दावे की पोल खोलकर रख दी है। इस घटना के बाद पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने आबकारी विभाग के उपायुक्त को हैवंस पार्क होटल का बार लाइसेंस रद्द करने पत्र लिखा है। रात के 2 बजे होटल के बाहर गैंगवॉर की वारदात हुई थी, जिसमें एक युवक पर जानलेवा हमला हुआ था। पुलिस जांच में पाया गया कि आधी रात के बाद भी बाहरी लोगों को शराब परोसी जा रही थी।

आबकारी विभाग दावा करता है कि शहर में रात 12 बजे बार बंद हो जाते हैं । बकायदा शहर के सभी बार को सील कर दिया या जाता है। इस वारदात ने इन दावों को झूठा ही साबित नहीं किया है बल्कि सवाल को भी जन्म दिया है कि आधी रात के बाद तक होटल में बार कैसे चल रहा है और बार के ग्राहक बार में कैसे मौजूद रहते हैं । शहर में बार पूरी रात में खुल रहे हैं और जानकारों का तो यहां तक दावा है कि बारों से तड़के तक लड़के -लड़कियों को निकलते देखा जा सकता है। नियमों के मुताबिक दोपहर 12 बजे से रात 12 बजे तक ही खुल सकते हैं। बार संचालक शासन के नियमों की परवाह नहीं कर रहे हैं और अपनी मनमर्जी से बार संचालित कर रहे हैं।बार संचालकों को यह छूट यूं ही नहीं मिली है । जानकारों के अनुसार इसके एवज में महीने एक बड़ी रकम की अवैध वसूली हो रही है। आबकारी कर्मचारी रात में बार बंद करने नहीं जाते , कागजों में सारी खानापूर्ति चल रही है। पुलिस प्रशासन कि मानना है कि होटल का
के सामने गैंगवार तड़के तक बार के चलने के कारण हुआ। गैंगवार में जिस युवा पर जानलेवा हमला हुआ, वह लड़का बार से निकलते हुए सीसीटीवी कैमरे में दिखा है। पुलिस को भी आधी रात के बाद बार संचालित होने की जानकारी है परंतु पुलिस प्रशासन भी इसे नजरअंदाज करके चलता रहा है। गैंगवॉर की घटना ने पुलिस व्यवस्था पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है। आधी रात के बाद भी लोग बार में शराब पीते मिल जाएंगे। देखा जाए तो पुलिस की भी बड़ी लापरवाही है ।
निजात अभियान को ठेंगा
पुलिस के निजात अभियान को भी बार संचालक ठेंगा दिखाने में संकोच नहीं कर रहे हैं। शासन के नियमों का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है। उसके बाद भी बार संचालकों के खिलाफ पुलिस हाथ नहीं डाल पाए रही है। ऐसा उनके रसूख के कारण भी हो सकतू है जबकि पुलिस के निजात अभियान का उद्देश्य ही शराब के अवैध कारोबार पर नकेल कसना है। इसे लेकर पुलिस प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे हैं।
टेक अवे की सुविधा भी
बार संचालक टेक अवे की सुविधा के साथ शराब बेच रहे हैं। कोचियों के जरिए भी बार से शराब बेची जा रही है । अवैध शराब की तस्करी बार से सरेआमहो रही है। आबकारी विभाग और बार संचालक के सांठगांठ से शराब का यह अवैध कारोबार चल रहा है।
सवालों से दूरी
आबकारी उपायुक्त पत्रकारों के सवालों का जवाब देने से साफ मना करती हैं। सवाल उठता है कि शराब के अवैध कारोबार पर लगाम लगाने में विफल हो चुकी हैं।
रद्द होगा बार लाइसेंस
हैवंस पार्क होटल के बार के लाइसेंस रद्द करने का आबकारी विभाग को पत्र लिखा गया है। रात 2 बजे तक बार संचालित हो रहा था ।
संतोष कुमार सिंह
पुलिस अधीक्षक

