नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय की एक संयुक्त पहल ‘वीर गाथा’ है। लगभग 2.43 लाख विद्यालयों के करीब 1.37 करोड़ छात्रों ने इस पहल में हिस्सा लिया। राष्ट्रीय स्तर पर इनमें से 100 विजेताओं का चयन किया गया है। इन्हे विशेष अतिथि के रूप में कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड- 2024 देखने का अवसर मिलेगा।

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक इन 100 विजेताओं में कक्षा 3 से 5 तक, कक्षा छठी से 8वीं तक, कक्षा 9वीं से 10वीं और कक्षा 11वीं से 12वीं की श्रेणियों में हर एक से 25 छात्रों का चयन किया गया है। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि 13 जुलाई, 2023 को परियोजना वीर गाथा 3.0 की शुरुआत की गई थी। इसके तहत निबंध और पैराग्राफ लेखन के लिए विचारशील विषयों की एक श्रृंखला प्रस्तुत की गई। इसमें छात्रों को अपने चुने हुए रोल मॉडल, विशेष रूप से वीरता पुरस्कार विजेताओं पर ध्यान केंद्रित करने जैसी विषयवस्तुओं के बारे में जानकारी प्राप्त करने का विकल्प दिया गया था।

इसके अलावा छात्रों को रानी लक्ष्मीबाई की तरह किसी भी स्वतंत्रता सेनानी की जीवन कहानियों के बारे में जानने के लिए प्रोत्साहित किया गया। साथ ही, इन सुझाए गए विषयों में 1857 का पहला स्वतंत्रता संग्राम और स्वतंत्रता संघर्ष में आदिवासी विद्रोह की महत्वपूर्ण भूमिका भी शामिल थी।

रक्षा मंत्रालय का कहना है कि इन विषयों के इस विविध संग्रह ने न केवल वीर गाथा 3.0 की सामग्री को समृद्ध किया, बल्कि प्रतिभागियों के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत की गहरी समझ को भी बढ़ावा दिया। इस परियोजना के कार्यान्वयन में विद्यालय द्वारा अपने स्तर पर गतिविधियों को आयोजित करना, विभिन्न स्कूलों में ऑफलाइन व ऑनलाइन मोड में वीरता पुरस्कार विजेताओं द्वारा राष्ट्रव्यापी बातचीत कार्यक्रम और माईगॉव पोर्टल पर शीर्ष प्रविष्टियां जमा करना शामिल था। वीर गाथा 3.0 के लिए विद्यालय-स्तरीय गतिविधियां 30 सितंबर, 2023 को संपन्न हुईं।

राज्य और जिला स्तर पर मूल्यांकन की श्रृंखला के बाद लगभग 3,900 प्रविष्टियां राष्ट्रीय स्तर के मूल्यांकन के लिए प्रस्तुत की गईं। शिक्षा मंत्रालय की ओर से नियुक्त एक समिति ने सभी 100 सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों का चयन किया। अब इन विजेताओं का अभिनंदन रक्षा मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली में संयुक्त रूप से किया जाएगा। हर एक विजेता को 10,000 रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा और उन्हें विशेष अतिथि के रूप में कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड- 2024 को देखने का अवसर प्राप्त होगा।

सरकार ने आजादी के 75वें वर्ष का उत्सव मनाने के लिए ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के एक हिस्से के तहत परियोजना ‘वीर गाथा’ की शुरुआत की थी। इस पहल का उद्देश्य छात्रों के बीच वीरता पुरस्कार विजेताओं की बहादुरी के कार्यों व इनके जीवन की कहानियों का प्रसार करना है।

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