सूरजपुर। Kudargarh Mahotsav:  कुदरगढ़ महोत्सव में भक्ति और संस्कृति का अनूठा संगम बना,जहां बॉलीवुड की सुप्रसिद्ध पार्श्व गायिका पलक मुच्छल और उनके संगीतकार भाई पलाश मुच्छल की शानदार प्रस्तुति ने महोत्सव में चार चांद लगा दिए।

Kudargarh Mahotsav: जैसे ही पलक मुच्छल ने अपने भक्ति गीतों की सुमधुर प्रस्तुति दी, पूरा वातावरण भक्तिरस में डूब गया। उनके दिल छू लेने वाले गीतों ने श्रद्धालुओं को भाव-विभोर कर दिया, वहीं उनके भाई पलाश मुच्छल के संगीत ने इस प्रस्तुति को और भी सुमधुर बना दिया।पलक मुच्छल ने अपने सदाबहार गीतों से भी समां बांध दिया, जिससे संगीत प्रेमी झूमने पर मजबूर हो गए। पूरे आयोजन स्थल पर संगीत और भक्ति का अनूठा संगम देखने को मिला, जहां श्रद्धालु और आगंतुक दोनों ही इस अविस्मरणीय संगीतमय संध्या में डूब गए।

Kudargarh Mahotsav: महोत्सव के प्रथम दिवस पर पंडित लल्लू राजा ने पारंपरिक भक्तिपूर्ण गीतों से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद कला केंद्र सूरजपुर के कलाकारों ने सरगुजा अंचल की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को नृत्य प्रस्तुतियों के माध्यम से जीवंत किया। वहीं, सुनील मानिकपुरी और आयुष नामदेव की भक्तिपूर्ण प्रस्तुतियों ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।बीजीएम ग्रुप बैंड के कलाकारों ने भी भक्तिपूर्ण गीतों की शानदार प्रस्तुति दी, जिसने श्रोताओं को भक्ति के रंग में रंग दिया।

Kudargarh Mahotsav: महोत्सव के आगामी दो दिनों में विभिन्न मनोरंजक एवं धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जो इसे और भी भव्य बनाएंगे। भक्तिरस से सराबोर यह महोत्सव श्रद्धालुओं के लिए सांस्कृतिक और आध्यात्मिक अनुभूति का अनमोल अवसर बनकर उभरा है।

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