जांजगीर। जिले के एक पूर्व सरपंच की हत्या के तीन साल पुराने मामले में जिला सत्र न्यायालय ने 25 दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं। पंचायत चुनावों को लेकर रंजिश में हत्या की बात सामने आई थी।
जिला मुख्यालय से लगी ग्राम पंचायत लछनपुर निवासी पूर्व सरपंच तेरस राम यादव कुछ स्थानीय ग्रामीणों से विवाद की शिकायत थाने में दर्ज कराकर लौट रहा था तभी रात के अंधेरे में लोगों ने लाठी-डंडों से उस पर हमला कर उसकी हत्या कर दी थी। इस दौरान बीच-बचाव करने आए उसके भाई होरीलाल यादव के साथ भी भी बुरी तरह मारपीट की गई थी।

पूर्व सरपंच की पत्नी ज्योति यादव बलौदा में जनपद सदस्य है। चुनावी रंजिश भी इसी को लेकर शुरू हुई थी। कहा जा रहा है कि उस दौरान प्रदेश में पंचायत चुनाव हो रहे थे। लछनपुर का पूर्व सरपंच तेरस राम दोबारा सरपंच का चुनाव लड़ रहा था, जबकि उसके विरोध में रामगोपाल साहू ने अपना प्रत्याशी मैदान में उतारा था। दोनों के बीच चुनाव को लेकर रंजिश हो गई थी। इसी दौरान 12 जून 2020 की शाम रामगोपाल साहू सहित दर्जनों पुरुष महिलाओं ने मिलाकर तेरस राम के ऊपर लाठी-डंडा, राड के साथ ईंट-पत्थर और गुप्ती से हमला कर दिया था। इस हमले के चलते तेरस राम की मौके में ही मौत हो गई थी। इस मामले में कोतवाली पुलिस ने 3 महिलाओं सहित 25 लोगों के खिलाफ न्यायालय में चालान प्रस्तुत किया। न्यायालय ने सभी आरोपियों को हत्या का दोषी पाया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई।

