नई दिल्ली। Loksabha elections: कुछ दिनों पहले तक छत्तीसगढ़ की लोकसभा सीटों के लिए कांग्रेस को उम्मीदवार नहीं मिल रहे थे और अब खबर है कि राज्य की बची हुई चार सीटों के लिए दावेदारों में भारी खींचतान मची हुई है। इसी खींचतान के कारण बस्तर लोकसभा सीट के लिए भी उम्मीदवार का फैसला अटका हुआ था , जहां 20 मार्च से नामांकन भी शुरू हो हो चुका था।
Loksabha elections: पार्टी ने कल देर रात बस्तर सीट से खुले ख्यालों वाले अपने नेता, विधायक एवं पूर्व मंत्री कवासी को पार्टी प्रत्याशी घोषित किया। कांग्रेस ने देर रात पार्टी प्रत्याशियों की चौथी लिस्ट जारी की। इस लिस्ट में छत्तीसगढ़ से सिर्फ बस्तर लोकसभा सीट के लिए प्रत्याशी घोषित किया गया है। अभी भी राज्य की चार सीटों के लिए पार्टी को अपने प्रत्याशियों की घोषणा करना बाकी है। बताया जा रहा है कि इन सीटों पर दावेदारों में भारी खींचतान मची हुई है और लोग दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं।
Loksabha elections: बस्तर लोकसभा सीट से कांग्रेस ने अपने प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज का टिकट काटकर कवासी लखमा को उतार दिया है। लखमा खुद तो एक दावेदार थे ही साथ ही अपने बेटे हरीश लखमा को भी दावेदार के रूप में पेश किया था। ऐसा माना जा रहा था कि पार्टी अपने प्रदेश अध्यक्ष को ही दोबारा यहां से उतार सकती है , लेकिन उनका टिकट काटकर लखमा को दे दिया गया। लखमा के पीछे जाने का पार्टी का निर्णय इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि कोंटा से वह 30 वर्षों से विधायक हैं।पार्टी को लगा है कि लखमा बस्तर सीट जिता सकते हैं। अभी भी छत्तीसगढ़ की चार सीटों बिलासपुर, सरगुजा , रायगढ़ और कांकेर लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार की घोषणा बाकी है।

