नई दिल्ली । भारत में मानसून ने दस्तक दे दी है। केरल में मौसम ने करवट ले ली है। केरल में मानसून इस वर्ष 8 दिन देरी से आया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को केरल में मानसून के आगमन की घोषणा की है। देश के कई राज्यों में भीषण गर्मी से परेशान लोग मानसून का बेसब्री से इंतजार कर रहे थें।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने एक बयान में कहा था कि 4 जून तक मानसून केरल में प्रवेश करेगा, लेकिन मानसून 8 जून को केरल पहुंचा है। दक्षिण अरब सागर के ऊपर पछुआ हवाओं के बढ़ने से परिस्थितियां अनुकूल बन गयी हैं। साथ ही, पछुआ हवाओं की गहराई धीरे-धीरे बढ़ रही है। इसी के साथ केरल में मानसून ने प्रवेश कर लिया है।
जानकारी के अनुसार दक्षिणी राज्य में मानसून पिछले साल 29 मई, 2021 में तीन जून और 2020 में एक जून को पहुंचा था। लेकिन इस वर्ष 8 दिन देरी से पहुंचा है। भारत में दक्षिण पश्चिम मानसून का आगे बढ़ना केरल के ऊपर मानसून के आरंभ से चिन्हित होता है और यह एक गर्म और शुष्क मौसम से वर्षा के मौसम में रूपांतरण को निरुपित करने वाला एक महत्वपूर्ण संकेत है। जैसे जैसे मानसून उत्तर दिशा में आगे की ओर बढ़ता है, इन क्षेत्रों को चिलचिलाती गर्मी के तापमान से राहत मिलने लगती है।
विभाग ने कहा, दक्षिण-पूर्वी अरब सागर में बादलों का द्रव्यमान भी बढ़ रहा है। हमें उम्मीद है कि केरल में मानसून की शुरुआत के लिए इन अनुकूल परिस्थितियों में अगले तीन-चार दिनों के दौरान और सुधार होगा। इसकी लगातार निगरानी की जा रही थी।

