• नपा चुनाव में समर्थन हासिल होने दावेदारों को आस
• अजय गुप्ता , सूरजपुर। Municipal elections: नगरीय निकाय चुनाव स्थानीय मुद्दों से तो प्रभावित होते ही हैं, व्यक्ति विशेष का प्रभाव और समर्थन भी मायने रखता है। चुनाव में सीधे न उतरकर भी ऐसे लोग समीकरण बदल सकते हैं। दावेदारों में ऐसे लोगों का समर्थन पाने की होड़ लग जाती है। ऐसे ही एक युवा समाजसेवी की भूमिका पर खास चर्चा हो रही है, जिनके बारे में कहा जा रहा है उनका समर्थन नतीजों को बदल सकता है ।
Municipal elections: शहर के युवा समाजसेवी राहुल अग्रवाल ‘टिंकू’ सेवाभाव के लिए खास तौर से जाने -पहचाने जाते हैं। वे न केवल समाज के हर वर्ग के साथ खड़े नजर आते हैं, बल्कि उनकी गहरी राजनीतिक समझ भी उन्हें अन्य सामाजिक नेतृत्वकर्ताओं से अलग बनाती है।उनका स्वभाविक नेतृत्व कौशल और जनता के मुद्दों पर मजबूत पकड़ उन्हें शहर की राजनीति में भी एक अहम व्यक्ति के रूप में स्थापित करता है।
Municipal elections: इस बार के नगर पालिका चुनाव में वे स्वयं भले ही किसी पद के लिए उम्मीदवार न हों, लेकिन उनके प्रभाव और समर्थन की ताकत को देखते हुए कई दावेदार उनकी ओर आशा भरी निगाहों से देख रहे हैं। नगर पालिका अध्यक्ष पद के दावेदार से लेकर वार्ड स्तर के कई दावेदार यह समझते हैं कि उनका समर्थन चुनावी समीकरणों को बदल सकता है। वे जिस प्रत्याशी को समर्थन देंगे, उसे जनता में स्वाभाविक बढ़त मिल सकती है। यही कारण है कि चुनावी माहौल में उनकी भूमिका को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। नगर पालिका चुनाव लड़ने का मन बना रहे कई दावेदार उन्हें अपने साथ लाने के लिए पूरी कोशिश में लगे हुए हैं, ताकि उनकी स्थिति मजबूत हो सके।
Municipal elections: राहुल अग्रवाल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वे राजनीति और समाज सेवा का संतुलन बखूबी बनाए रखते हैं। वे औरों की तरह केवल चुनावी मौसम में ही नहीं, बल्कि सालभर निस्वार्थ भाव से जरूरतमंदों की सहायता में जुटे रहते हैं। यही कारण है कि युवा वर्ग उन्हें बेहद पसंद करता है और उनके नेतृत्व को सराहता है। उनकी सक्रियता केवल समाज सेवा तक ही सीमित नहीं है, बल्कि वे राजनीति के भी अच्छे विश्लेषक माने जाते हैं। उनकी राय और रणनीति अक्सर स्थानीय राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस बार नगर पालिका चुनाव में उनकी रणनीति क्या होगी और वे किन प्रत्याशियों को समर्थन देंगे, इस पर शहर के लोगो की निगाहें टिकी हुई हैं।
Municipal elections: एक बात तय है जिस प्रत्याशी को उनका समर्थन मिलेगा, उसे जनता में स्वाभाविक बढ़त मिल सकती है। ऐसे में नगरीय चुनाव की राजनीति में उनकी भूमिका को लेकर चर्चाएं और अटकलें तेज हो गई हैं।फिलहाल दावेदारों की स्थिति पर पार्टियों में मंथन जारी है, और कई दावेदार राहुल अग्रवाल के समर्थन की आस बांधे हुए हैं।