• सूरजपुर की घटना बर्बरता और अराजकता का उदाहरण
अम्बिकापुर। Surajpur massacre: छत्तीसगढ़ के पूर्व उपमुख्यमंत्री पीएस सिंहदेव ने सूरजपुर में प्रधान आरक्षक की पत्नी और बेटी की हत्या को बर्बर और भयावह बताते हुए कहा है कि हमसभी छत्तीसगढ़वासी बहुत ही कष्ट के साथ प्रदेश को एक ‘भयावह अपराध प्रदेश’ में तब्दील होते हुए देख रहे हैं। अपराधी निर्भीक हैं जैसे उन्हें या तो प्रशासन का डर नहीं या उसके समर्थन पर पूरा भरोसा है।
Surajpur massacre: श्री सिंहदेव ने एक्स पर कहा है कि सूरजपुर में प्रधान आरक्षक की पत्नी और बेटी की बेरहमी से हत्या ने एक बार फिर सरकार और कानून-व्यवस्था की निष्क्रियता को उजागर किया है। जब एक पुलिसकर्मी के परिवार को इस तरह के खतरे में है, तो आम नागरिकों की सुरक्षा का क्या हाल होगा?
Surajpur massacre: उन्होंने कहा कि सरकार की सुरक्षा व्यवस्था में चूक ने हमारे समाज को एक डरावने भविष्य में धकेल दिया है। दुर्दांत अपराधी निर्मम हत्याएं जैसे भयंकर से भयंकर अपराध कर किस प्रकार फरार हो जा रहे हैं – क्यों पुलिस प्रशासन को इतना कमज़ोर कर दिया गया है कि वो स्वयं खतरे में हैं?क्यों लगातार हो रहे अपराध और समाज में फैलते भय के बाद भी सरकार में सुधार की कोई योजना नहीं है?
Surajpur massacre: श्री सिंहदेव ने सवाल करते हुए कहा कि भाजपा सरकार जवाब दे कि आखिर कब तक प्रदेश को ऐसी बर्बरता और अराजकता को सहन करना पड़ेगा? याद रहे हमारे सुरक्षा बल और उनके परिवार भी छत्तीसगढ़ परिवार का हिस्सा हैं ।उनके विरुद्ध ऐसे अन्याय और अपराध नाकाबिले बर्दाश्त है। अब और खामोश नहीं रह सकते।