हृदेश केशरी

बिलासपुर । शहर में चल रहे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के काम में अजीब मामला सामने आया है। ठेकेदार का कहना है कि उसने सारा काम करके दे दिया है जबकि संबंधित कार्यपालन अभियंता का कहना है कि अभी चेंबर और फुटपाथ का काम होना बाकी है। अलबत्ता ठेकेदार को काम का पूरा भुगतान कर दिए जाने की चर्चा है।
यह मामला महाराणा प्रताप चौक से व्यापार विहार तक 25 करोड़ रुपए की लागत की स्मार्ट रोड का है। पहले इस रोड की गुणवत्ता पर सवाल उठे और फिर बाद में समय पर काम पूरा ना होने पर। ले- देकर रोड को आवागमन के लिए खोल दिया गया है। निर्माण कार्य के दौरान लोगों को हो रही असुविधा से राहत मिली है पर कहा कि जा रहा है कि अभी भी रोड का पूरा काम नहीं हुआ है। रोड निर्माण का ठेका श्रद्धा कंस्ट्रक्शन को दिया गया था। ठेकेदार का कहना है कि उसने पूरा काम कर दिया है। इस मामले में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के कार्यपालन अभियंता से जब जानकारी चाही गई तो उन्होंने कहा अभी चेंबर और फुटपाथ का काम होना बाकी है। यह काम इसलिए नहीं हो सका क्योंकि बिजली खंभों की शिफ्टिंग नहीं हो पाई थी। अब ठेकेदार की बातों में सच्चाई है या कार्यपालन अभियंता की बातों में, यह जांच का विषय हो सकता है। बताया जा रहा है कि ठेकेदार को रोड निर्माण कार्य का पूरा भुगतान कर दिया गया है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का काम स्मार्ट सिटी कंपनी लिमिटेड के तहत हो रहा है। पूरे काम की मॉनिटरिंगनगर निगम के अधिकारी ही करते हैं लेकिन वह निगम के अन्य कार्यों की तरह राज्य सरकार अथवा निगम के निर्वाचित पदाधिकारियों के प्रति सीधे उत्तरदायी नहीं है। निर्माण कार्यों में होने वाली गड़बड़ी का एक बड़ा कारण यह भी है। महाराणा प्रताप चौक से व्यापार विहार तक की स्मार्ट रोड के निर्माण में दो तरह की बातों के पीछे भी यही कारण बताया जा रहा है। अब सवाल उठता है कि जब ठेकेदार द्वारा अपना पूरा काम कर देने का दावा किया जा रहा है तब बाकी बचा चेंबर और फुटपाथ का काम कौन करेगा और इसके लिए राशि की व्यवस्था कैसे होगी? सवाल यह भी है कि जब काम पूरा नहीं हुआ था तो ठेकेदार को भुगतान पूरा कैसे कर दिया गया। यह संभव की आपसी विश्वास में

वैसा किया गया और बाद में विवाद खड़ा हो गया हो। चेंबर का निर्माण नहीं होने से पानी का जमाव सड़क पर हो सकता है जिससे सड़क भी खराब हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि चेंबर का निर्माण ढंग से हो। फुटपाथ का निर्माण होना भी जरूरी है ताकि इस व्यस्ततम मार्ग पर आवागमन में दिक्कत ना हो।

फुटपाथ और चेंबर का काम अभी बाकी

महाराणा प्रताप चौक से व्यापार विहार तक सड़क किनारे फुटपाथ का निर्माण बचा हुआ है। बिजली के खंभे की शिफ्टिंग नहीं होने के कारण चेंबर और फुटपाथ का कार्य रोका गया है । ठेकेदार को पूरा भुगतान करने का सवाल ही पैदा नहीं होता । ठेकेदार को बचा कार्य करने का जल्दी आदेश जारी किया जाएगा ।
सुरेश बरुआ
कार्यपालन अभियंता, नगर निगम

मैंने काम पूरा कर दिया, कोई काम बाकी नहीं

मेरा कार्य पूरा हो चुका है ।अब कोई भी कार्य नहीं बचा हुआ है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से कार्य का भुगतान भी किया जा चुका है।
आलोक अग्रवाल
श्रद्धा कंस्ट्रक्शन

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के कार्यों को लेकर याचिका भी हाईकोर्ट में

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के कार्यों को लेकर के एक याचिका हाईकोर्ट में भी दायर की गई है। इसमें कहा गया है कि स्मार्ट सिटी कंपनी लिमिटेड के नाम से कार्य होना निकायों के निर्वाचित पदाधिकारियों के अधिकारों का हनन है। इसके कारण निर्माण कार्य में गड़बड़ियां भी हो रही हैं। निर्माण कार्यों तथा भुगतान का नियमों के तहत ऑडिट भी नहीं हो रहा है। स्मार्ट सिटी कंपनी की ओर से अधिकारियों ने कहा कि ऑडिट हुआ है। हाईकोर्ट ने पूरी ऑडिट रिपोर्ट तलब की है। याचिकाकर्ताओं का कहना है कि ऑडिट सीएजी से कराया जाए। अगले महीने इस पर आगे सुनवाई होगी।

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