कोरबा। भारत एल्यूमीनियम कंपनी बालको के कूलिंग टावर प्रभावित मुआवजा व पुनर्वास में कंपनी और प्रशासन के टालमटोल के रवैए के खिलाफ फिर सड़क पर उतर आए। शांतिनगर पुनर्वास समिति ने परसाभांठा चौक पर चक्काजाम किया। आठ घंटे के इस चक्काजाम के कारण कोयला व राखड़ परिवहन प्रभावित रहा। प्रदर्शनकारियों ने बालको के अधिकारी का पुतला फूंकने का भी प्रयास किया। इस दौरान पुलिस के साथ झूमा झटकी भी हुई।
शांतिनगर पुनर्वास समिति ने कोयला व राखड़ से लदे भारी वाहनों की आवाजाही रोक दी। समिति के अध्यक्ष आर नारायण राव ने बताया कि शांतिनगर के कुलिंग टावर से लगभग 86 परिवारों का जीवन राखड़ और कोयले की डस्ट से फैलने वाले प्रदूषण के कारण संकट में पड़ गया है। प्रभावित लगातार जीवन बचाने की गुहार लगा रहे हैं , लेकिन न तो कंपनी और न ही प्रशासन हमारी समस्याओं पर गौर कर रहा है। इस बीच कई दौर की वार्ता हो चुकी मगर आश्वासनों पर बात आगे बढ़ती ही नहीं। समिति के सामने विरोध प्रदर्शन का ही इकलौता रास्ता बचा रह जाता है।
त्रिपक्षीय वार्ता आज
मुआवजा और नौकरी मांग पर एक और वार्ता की पेशकश की गई है। अगर इस वार्ता का भी कोई नतीजा नहीं निकला समिति बड़े विरोध प्रदर्शन की तैयारी करने बाध्य होगी। फिलहाल प्रशासन के आश्वासन पर चक्काजाम स्थगित किया गया है। श्री राव ने कहा कि गुरुवार की वार्ता से हमें बहुत उम्मीदें हैं।

