नई दिल्ली। Assembly elections: उत्तर भारत के दो प्रदेशों हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों की मतगणना के रूझानों में हरियाणा में भाजपा वापसी होती दिख रही है तो जम्मू-कश्मीर में फारूक अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन को बढ़त मिलती दिख रही है।
Assembly elections: हरियाणा में नियत समूह पर पांच साल बाद विधानसभा चुनाव हुए हैं लेकिन जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हुए हैं। 5 अगस्त, 2019 को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से संविधान के अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी कर दिया था। इसके साथ ही, जम्मू-कश्मीर को लद्दाख से अलग करते हुए दोनों को केंद्रशासित प्रदेश घोषित कर दिया गया था। जम्मू-कश्मीर अभी भी केंद्रशासित प्रदेश ही है और इस दर्जे में पहली बार विधानसभा चुनाव हुए हैं।
हरियाणा विधानसभा
Assembly elections: हरियाणा में बीजेपी ने जबर्दस्त वापसी करते हुए बड़ी बढ़त हासिल कर ली है। चुनाव आयोग के रुझनों में बीजेपी को कुल 90 सीटों में 48 सीटों पर बढ़त हासिल हो गई है। वहीं, कांग्रेस पार्टी को 36 सीटों पर बढ़त मिली है। दोनों दलों के बीच वोट प्रतिशत का अंतर भी बहुत कम बचा है। बीजेपी को हरियाणा में 39% वोट जबकि जबकि कांग्रेस के खाते में 40.24% वोट मिलते दिख रहे हैं। हरियाणा की अटेली सीट पर बीएसप कैंडिडेट अत्तर लाल 6,881 वोटों से आगे हैं जबकि रानिया में आईएनलएडी कैंडिडेट अर्जुन चौटाला को 5,932 वोटों से बढ़त हासिल है। वहीं, चार अन्य सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने बढ़त बना रखी है।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा
Assembly elections: जम्मू-कश्मीर में फारूक अब्दुल्ला की पार्टी नैशनल कॉन्फ्रेंस को बड़ी बढ़त हासिल होती दिख रही है। चुनाव आयोग के दिए रुझान बता रहे हैं कि एनसी 39 सीटों पर जबकि कांग्रेस 8 सीटों पर आगे है। वहीं, बीजेपी के 28 उम्मीदवारों ने अपने प्रतिस्पर्धियों से बढ़त बना ली है। जम्मू-कश्मीर में महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी का सफाया होता दिख रहा है। पार्टी के सिर्फ तीन प्रत्याशी ही रुझानों में आगे चल रहे हैं। वहीं, जेपीसी के दो जबकि आठ निर्दलीय उम्मीदवारों को बढ़त हासिल है।